भाप के साथ अभिक्रिया करने वाली धातु ?
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Answer:
धातु की अभिक्रियाशीलता
हमारा उद्देश्य
निम्नलिखित लवणों के विलयन (साल्यूuशन) पर Zn, Fe, Cu और Al धातुओं की क्रिया देखना:
ZnSO4 (जलीय)
FeSO4 (जलीय)
CuSO4 (जलीय)
Al2 (SO4) 3 (जलीय)
ऊपर दिए गए परिणामों के आधार पर अभिक्रियाशीलता के घटते क्रम में Zn, Fe, Cu और Al धातुओं को व्यावस्थित करें।
सिद्धांत
धातु तत्व होते हैं और गर्मी और बिजली के अच्छेm सुचालक होते हैं। ज्या दातर धातुएं प्रकृति में विद्युत धनात्मेक होती हैं। और धातु के परमाणु ऋणायन (केशन) बनाने के लिए रासायनिक अभिक्रियाओं में इलेक्ट्रॉन त्यामग देते हैं। धातु जितना ही ज्या दा अभिक्रियाशील होता है, उतनी ही ज्याादा उसकी प्रवृत्ति रासायनिक अभिक्रिया में धनात्मक आयन बनाने की होती है।
धातुएं आवर्त सारणी के अधिकांश पर काबिज है। क्षारीय धातुएं आवर्त सारणी में रासायनिक तत्वों की श्रृंखला हैं। क्षारीय धातुएं हाइड्रोजन सहित आवर्त सारणी में समूह 1 में शामिल हैं। लिथियम (Li), सोडियम (Na), पोटेशियम (K), रूबिडीयाम (Rb), सीज़ियम (Cs) और फ्रैनशियम (Fr)क्षारीय धातुएं हैं। आवर्त सारणी में समूह 2 के तत्व क्षारीय मृदा धातुएं कहलाती हैं। बेरिलियम (Be), मैग्नीशियम (Mg) कैल्शियम (Ca), स्ट्रांशियम (Sr), बेरियम (Ba) और रेडियम (Ra)क्षारीय मृदा धातुएं हैं। समूह1 और समूह 2 तत्व एक साथ एस-ब्लॉक तत्व कहलाते हैं। समूह 3 से 12 के तत्व संक्रमण तत्वक हैं। ये भी प्रकृति में धातु हैं और संक्रमण धातुएं कहलाते हैं। इन्हें भी डी-ब्लॉक तत्व भी कहा जाता है। गैर-धात्विक तत्व आवर्त सारणी के दाहिनी ओर काबिज है। बोरान से पोलोनियम तक एक विकर्ण रेखा गैर धातुओं से धातुओं को अलग करती है।
धातुओं के भौतिक गुण:
गर्मी और बिजली के अच्छेि सुचालक: धातुओं में, धनात्मक आयन इलेक्ट्रॉनों के समुद्र से घिरे होते हैं और ये इनकी चालकता के लिए जिम्मेदार होते हैं।
उच्च गलनांक और क्वथनांक।
वे पिघलाने लायक और कोमल होते हैं। इसलिए इन्हेंत बिना तोड़े मोड़ा या खींचा जा सकता है।
ज्यादातर धातुओं में, परमाणु अत्यधिक सुसंहत होते हैं, अत: इनका उच्च घनत्व होता है।
इनका चमकदार रंगरूप होता है।
पारे को छोड़कर धातुएं कमरे के तापमान पर ठोस अवस्था में रहती हैं।पारा कमरे के तापमान पर तरल अवस्था में रहता
धातुओं के रासायनिक गुण:
ज्यादा अभिक्रियाशील धातु आसानी से अन्य तत्वों के साथ अभिक्रिया करती हैं। सबसे ज्यादा अभिक्रियाशील धातुएं यहां तक कि पानी के साथ भी अभिक्रिया करती है जबकि सबसे कम अभिक्रियाशील धातुएं यहां तक कि एसिड के साथ भी अभिक्रिया नहीं करती हैं।
विस्थापन अभिक्रियाएं धातुओं में बहुत आम हैं। इसका धातुओं की सापेक्षिक अभिक्रियाशीलता का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया
Explanation: