‘भोर का तारा’ एकांकी का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
Answers
'भोर का तारा’ एकांकी का उद्देश्य मुसीबत के समय राष्ट्र के पौरुष को जगाना है।
Explanation:
- भोर का तारा एकांकी जगदीशचंद्र माथुर द्वारा लिखी गयी है।
- इस एकांकी में यह बताया गया है की अच्छे समय में प्रेम के ऊपर कविता लिखने वाले कवियों को संकट के समय राष्ट्र को जगाने वाले काव्यों की रचना करनी चाहिए।
- इसमें एक पात्र "शेखर" से यह प्रार्थना करता है की वह अपनी कविता को आक्रमण के समय राष्ट्र को जगाने के लिए प्रयोग में लाएं।
एकांकी और नाटक में पांच अंतर
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Answer:
कथा वस्तु का चयन गुप्तकालीन ऐतिहासिक वातावरणसे किया गया है |
Explanation:
कथा वस्तु का चयन गुप्तकालीन ऐतिहासिक वातावरणसे किया गया है .शेखर उज्जयनी का एक प्रतिभाशालीकवि है गुप्त साम्राज्य का एक वरिष्ठ कर्मचारी माधवउसका मित्र है .छाया स्कंदगुप्त के मंत्री देवदत्त कीबहन और शेखर की प्रेयसी है .देवदत्त तक्षशीला केक्षत्रप वीरभद्र के विद्रोह को दबाने के लिए ,माधव केसाथ तक्ष शीला जाते समय ,छाया और शेखर काविवाह कर देता है .शेखर अपनी प्रेयसी और पत्नीछाया की प्रेरणा से भोर का तारा नामक मधुर काव्य कीरचना करता है .छाया इसे अपने प्रेम की प्रतिक मानतीहै .इसी समय माधव तक्षशीला से लौटकर हूणों के बर्बरआक्रमण और आर्य देवदत्त की वीरगति का समाचारदेता है.वह छाया और शेखर से प्रार्थना करता है कि वेराष्ट्र के पौरुष को जगाएं शेखर अपनी कविता से राष्ट्की सोयी शक्तियां लगा दे ,जिससे हूणों का आक्रमण`की सोयी शक्तियां लगा दे ,जिससे हूणों का आक्रमणविफल हो जाए .शेखर को अपने राष्ट्रीय कर्तव्य काज्ञान हो जाता है वह अपने श्रृंगार काव्य भोर का ताराको आग में जला देता है और अपनी कविता के भैरवघोष से राष्ट्र की आत्मा को जगाने चल देता हैभोर का तारा एकांकी अभिनय की दृष्टिइस एकांकी की कथावस्तु बड़ी मनोहर हैपूरी एकांकीदो दृश्यों में समाप्त हुई है.दोनों दृश्यों के समय में भीथोडा अंतर है .अतः देश और काल का चुस्त संकलननहीं है,किन्तु अभिनय की दृष्टि से यह एकांकी पर्याप्तसफल रहा है |
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