भ्रष्टाचार की जड़ नैतिक मूल्यों का पतन है।’इस कथन के समर्थन में अपने मौलिक विचार व्यक्त कीजिए। इस बात को ध्यान में रखते हुए लगभग 250 शब्दों में लेख लिखिए। *
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भ्रष्टाचार की जड़ नैतिक मूल्यों का पतन है।
Explanation:
- हाँ, यह बात तो सच है कि भ्रष्टाचार की जड़ नैतिक मूल्यों का पतन करती है। भ्रष्टाचार के कारण इंसान अपने नैतिक मूल्यों को भूलता जा रहा है।
- अपने फायदे के लिए इंसान अपने इंसानियत को भूलता जा रहा है। लोगों की मदद करने के बजाय वह सिर्फ अपने हित के बारे में सोचता है।
- भ्रष्टाचार ने इंसान को लालची व धन के पीछे पागल बना दिया है। इसके वजह से समाज तथा देश का भारी नुसकान हो रहा है।
- अपने सुख सुविधाओं के लिए आज इंसान भ्रष्टाचार का साथ दे रहा है, जिससे भ्रष्टाचार की जड़ मजबूत होती जा रही है। इससे योग्य उमेदवारों के साथ अन्याय हो रहा है।
- भ्रष्टाचार की जड़ को नष्ट करने के लिए हम सभी को एकजुट होकर मेहनत करनी होगी, जिससे नैतिक मूल्यों का पतन नही होगा।
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