भ्रष्टाचार के माता पिता कौन है ? -उचित विकल्प चुने |
स्वार्थ
स्वार्थ और भौतिक ऐश्वर्य
ऐश्वर्य
Answers
सही जवाब है...
► स्वार्थ और भौतिक ऐश्वर्य
♦ स्वार्थ और भौतिक ऐ्श्वर्य दोनों भ्रष्टाचार के माता पिता हैं। ♦
स्पष्टीकरण:
स्वार्थ और ऐश्वर्य दोनों भ्रष्टाचार के माता-पिता हैं। भ्रष्टाचार का पिता है, स्वार्थ और माता है भोतिक ऐश्वर्य।
भ्रष्टचार का असली कारण स्वार्थ ही होता है। स्वार्थ के कारण मनुष्य को अपने सिवा कुछ नहीं दिखता। वह केवल अपना ही हित चाहता है। अपने हित के लिए दूसरों के हितों की अनदेखी करना ही स्वार्थ है। इसी स्वार्थ के कारण वह है, अच्छे और बुरे कार्य में भेद नहीं कर पाता और वह भ्रष्टाचार की ओर मुड़ जाता है।
भौतिक ऐश्वर्य भी भ्रष्टाचार की माता के समान है, क्योंकि ऐश्वर्यपूर्ण जीवन की चाह मनुष्य के लिए मनुष्य में धन का लोभ पैदा करती है। ऐश्वर्यपूर्ण जीवन जीने के लिये धन की आवश्यकता होती है, और अधिक से अधिक धन कमाने की चाह में मनुष्य गलत रास्तों पर मुड़ जाता है और वह असामाजिक, अनैतिक और गैरकानूनी कार्य करने लगता है, जो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आते हो। अतः भौतिक ऐश्वर्य जीवन जीने की चाह भ्रष्टाचार को ही जन्म देती है।
इस तरह स्वार्थ और भौतिक ऐश्वर्य दोनों भ्रष्टाचार के माता-पिता हैं।
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