भ्रष्टाचार का समाज पर पड़ने वाले प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
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भ्रष्टाचार का समाज पर प्रभाव
- भ्रष्टाचार से समाज , राज्य और देश पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- किसी भी समाज का विकास नहीं हो सकता यदि भ्रष्टाचार को नहीं रोका गया।
- उदाहरण के तौर पर यदि कोई पुल का निर्माण हो रहा है, तो वहा के भ्रष्टाचार के कारण समाज को परिणाम भुगतने पड़ते हैं
- अभियंता कम ही खर्च पर मिलावट कर के पुल का निर्माण करा देते हैं, जिससे पुल तो खराब होता ही है और जल्द ही ध्वस्त हो जाता है।
- उसके कारण न जाने कितने मासूमों की जान चली जाती है।
- एक ५० हजार के महीने पर सरकारी नौकरी करने वाला अभियंता करोड़पति बन जाता है।
- बड़े बड़े पदों पर बैठे लोग और यहां तक कि नेता सब भी भ्रष्टाचार करते हैं और अरबों का घोटाला करते हैं।
- इससे समाज का आर्थिक विकास में बढ़ा पड़ती है।
- उस समाज के लोग आगे नहीं बढ़ पाते और बाल बच्चे भी यही सीखते हैं।
- इसलिए भ्रष्टाचार हटाओ, देश बचाओ ।
Answer:
भ्रष्टाचार का समाज पर पड़ने
वाले प्रभावों का उल्लेख
भारत में भ्रष्टाचार चर्चा और आन्दोलनों का एक प्रमुख विषय रहा है। आजादी के एक दशक बाद से ही भारत भ्रष्टाचार के दलदल में धंसा नजर आने लगा था और उस समय संसद में इस बात पर बहस भी होती थी। 21 दिसम्बर 1963 को भारत में भ्रष्टाचार के खात्मे पर संसद में हुई बहस में डॉ राममनोहर लोहिया ने जो भाषण दिया था वह आज भी प्रासंगिक है। उस वक्त डॉ लोहिया ने कहा था सिंहासन और व्यापार के बीच संबंध भारत में जितना दूषित, भ्रष्ट और बेईमान हो गया है उतना दुनिया के इतिहास में कहीं नहीं हुआ है।
भ्रष्टाचार से देश की अर्थव्यवस्था और प्रत्येक व्यक्ति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। भारत में राजनीतिक एवं नौकरशाही का भ्रष्टाचार बहुत ही व्यापक है। इसके अलावा न्यायपालिका, मीडिया, सेना, पुलिस आदि में भी भ्रष्टाचार व्याप्त है।
भ्रष्टाचार के कारण जहां देश के राष्ट्रीय चरित्र का हनन होता है, वहीं देश के विकास की समस्त योजनाओं का उचित पालन न होने के कारण जनता को उसका लाभ नहीं मिल पाता । जो ईमानदार लोग होते हैं, उन्हें भयंकर मानसिक, शारीरिक, नैतिक, आर्थिक, सामाजिक यन्त्रणाओं का सामना करना पड़ता है ।
अधिकांश धन कुछ लोगों के पास होने पर गरीब-अमीर की खाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है । समस्त प्रकार के करों की चोरी के कारण देश को भयंकर आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है । देश की वास्तविक प्रतिभाओं को धुन लग रहा है । भ्रष्टाचार के कारण कई लोग आत्महत्याएं भी कर रहे हैं ।