भारत हमारा कैसा सुंदर सुहा रहा है
शुचि भाल पै हिमाचल, चरणों पै सिंधु-अंचल
उर पर विशाल-सरिता-सित-हीर-हार-चंचल
मणि-बद्धनील-नभ का विस्तीर्ण-पट अचंचल
सारा सृदृश्य-वैभव मन को लुभा रहा है।
भारत हमारा कैसा सुंदर सुहा रहा है।।
PRACTICE SHEET
1. नभ का पट कैसा दिख रहा है?
2. 'शुचि' शब्द से क्या तात्पर्य है?
3. भारत के हृदय पर किसका सित-हीर-हार है?
4. पंक्तियों में किसे अचंचल कहा गया है?
Answers
Answered by
4
Answer:
भारत हमारा कैसा सुंदर सुहा रहा है शुचि भाल पै हिमाचल, चरणों पै सिंधु-अंचल उर पर विशाल-सरिता-सित-हीर-हार-चंचल मणि-बद्धनील-नभ का विस्तीर्ण-पट अचंचल सारा सुदृश्य-वैभव मन को लुभा रहा है
Answered by
7
- नाभ का पट नीली रत्न जैसा सुंदर दिख रहा था।
- 'सूची' शब्द का तात्पर्य पत्र है।
- भारत के हित में मध्य प्रदेश का सीत- हीर- हार है।
- इस कविता का संदेश दिया है कि भारतवर्ष की प्राकृतिक शोभा निराली है
☘︎ good luck ☘︎
Similar questions