भारत कि जल वायु को पृभीवित करने वाले कोन कोन से कारक है
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Answer:
i) नदियों और नहरों में पर्याप्त पानी का नियमित प्रवाह होना चाहिए।
ii) नदी के मार्ग में जलप्रपात, मोतियाबिंद और नुकीले मोड़ों की उपस्थिति जलमार्गों के विकास में बाधक है।
iii) नदी तल की सिल्टिंग पानी की गहराई को कम करती है और नौवहन के लिए समस्या पैदा करती है। नदी तलों की गाद निकालना एक महंगा काम है।
iv) सिंचाई के लिए पानी को मोड़ने से पानी की मात्रा कम हो जाती है और इसे सावधानी से करना चाहिए।
v) जलमार्ग को परिवहन का आर्थिक रूप से व्यवहार्य साधन बनाने के लिए पर्याप्त मांग होनी चाहिए
Explanation:
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Answer:
विश्व की जलवायु कई कारकों द्वारा प्रभावित होती है, जिसकी वजह से पृथ्वी के अलग-अलग हिस्सों का अलग–अलग जलवायु का जन्म होता है। इसी तरह भारत की जलवायु को भी अनेक कारक प्रभावित करते हैं,जिनका विस्तृत विवरण निम्नलिखित है:
Explanation:
कर्क रेखा पश्चिम में कच्छ के रन और पूर्व में मिजोरम तक भारत के मध्य भाग से होकर गुजरती है। भारत का दक्षिणी आधा भाग कर्क रेखा के दक्षिण में पड़ने के कारण उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जबकि उत्तरी आधा भाग कर्क रेखा के उत्तर में पड़ने के कारण उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र में आता है। इसलिए भारत की जलवायु उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय दोनों जलवायु की विशेषताओं का मिश्रण है।