भारत के निर्यात पर अंतर्मुखी रणनीति से बाह्यमुखी रणनीति की ओर खिसकाव के प्रभाव की
चर्चा कीजिये।
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निर्यातोन्मुख इकाईयों के लिए भारत सरकार ने योजनाओं को उदार बनाया है। सरकार ने इसमें निर्यात प्रसंस्करण जोन, कृषि, बागवानी, कुक्कुट पालन, मछलीपालन और डेयरी को भी शामिल कर लिया है। निर्यातोन्मुख पूंजीगत वस्तु योजना को रिय़ायती आयात शुल्क पर पूंजीगत वस्तुओं के आयात के लिए शुरु किया गया है। ईपीसीजीएस योजना के तहत, पूंजीगत वस्तुओं के ऐसे निर्यातकों को आगामी पांच वर्षों में आयात के चार गुना मूल्य की वस्तुओं का निर्यात करना होगा। एग्जिम बैंक और सेज की स्थापना ने देश से निर्यात को बढ़ावा दिया है।
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