Hindi, asked by ankush07mahi, 6 months ago

भारत की विभिन्न प्राकृतिक संपादक तथा उनका संरक्षण पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। 100 to 120 words​

Answers

Answered by nisha02345
3

Answer:

प्राकृतिक संसाधन वे संसाधन हैं जो मानव जाति के कार्यों के बिना मौजूद हैं। दूसरे शब्दों में वो प्राकृतिक पदार्थ, जो अपने अपक्षक्रित मूल प्राकृतिक रूप में मूल्यवान माने जाते हैं, उन्हें प्राकृतिक संसाधन कहते हैं। इन सभी मूल्यवान संसाधनों के विशेषताओं में चुम्बकीय, गुरुत्वीय, विद्युतीय गुण या बल आदि शामिल हैं। पृथ्वी में सूर्य के प्रकाश, वायुमंडल, जल, थल (सभी खनिजों सहित) के साथ साथ सारे सब्जियों, फसल और पशुओं के जीवन से प्राकृतिक रूप से प्राप्त पदार्थ आदि प्राकृतिक संसाधनों के सूची में शामिल हैं। एक प्राकृतिक संसाधन का मूल्य इस बात पर निर्भर करता है कि कितना पदार्थ उपलब्ध है और उसकी माँग कितनी है।

प्राकृतिक संसाधनों को दो अलग अलग प्रकारों में बांटा गया है। यह प्रकार उन संसाधनों के दोबारा प्राप्त करने में लगने वाली प्रक्रिया, समय और आवश्यकताओं के अनुसार हैं। ऐसे सारे संसाधन जिसे मानव द्वारा दोबारा प्राप्त करने में हजारों-लाखों साल का समय लगता है या इतनी अधिक तापमान या दबाव की आवश्यकता होती है कि उसे पृथ्वी में मानव द्वारा पूर्ति असंभव है, आदि को अनवीकरणीय संसाधन की संज्ञा दी गई है और मानव द्वारा पुनः प्राप्त किए जाने लायक संसाधनों को नवीकरणीय संसाधन की श्रेणी में रखा गया है।

Answered by Anonymous
2

Answer:

प्राकृतिक संसाधन वे संसाधन हैं जो मानव जाति के कार्यों के बिना मौजूद हैं। दूसरे शब्दों में वो प्राकृतिक पदार्थ, जो अपने अपक्षक्रित मूल प्राकृतिक रूप में मूल्यवान माने जाते हैं, उन्हें प्राकृतिक संसाधन कहते हैं। इन सभी मूल्यवान संसाधनों के विशेषताओं में चुम्बकीय, गुरुत्वीय, विद्युतीय गुण या बल आदि शामिल हैं। पृथ्वी में सूर्य के प्रकाश, वायुमंडल, जल, थल (सभी खनिजों सहित) के साथ साथ सारे सब्जियों, फसल और पशुओं के जीवन से प्राकृतिक रूप से प्राप्त पदार्थ आदि प्राकृतिक संसाधनों के सूची में शामिल हैं। एक प्राकृतिक संसाधन का मूल्य इस बात पर निर्भर करता है कि कितना पदार्थ उपलब्ध है और उसकी माँग कितनी है।

प्राकृतिक संसाधनों को दो अलग अलग प्रकारों में बांटा गया है। यह प्रकार उन संसाधनों के दोबारा प्राप्त करने में लगने वाली प्रक्रिया, समय और आवश्यकताओं के अनुसार हैं। ऐसे सारे संसाधन जिसे मानव द्वारा दोबारा प्राप्त करने में हजारों-लाखों साल का समय लगता है या इतनी अधिक तापमान या दबाव की आवश्यकता होती है कि उसे पृथ्वी में मानव द्वारा पूर्ति असंभव है, आदि को अनवीकरणीय संसाधन की संज्ञा दी गई है और मानव द्वारा पुनः प्राप्त किए जाने लायक संसाधनों को नवीकरणीय संसाधन की श्रेणी में रखा गया है।

Similar questions