" भारत के वीर सैनिक "
ये देश चैन से सोता है ,
जब सैनिक पहरा देते है ,
जो आँख उठाता है दुश्मन ,
तो अपनी जान वो खोता है !
देर रात आने पे घबराए , रोय यहा माँ
जो कभी ना लौटे उनकी माँ का क्या होता होगा !
पतथर की चोट पर दवाई लेते है यहा ,
सिने मे जिनके लगे गोली उनका क्या होता होगा !
माँ के सेवा की प्रतिज्ञा लेकर ,
मै अपना कर्तव्य निभाऊ ,
छोड़ के सारे रिश्ते - बन्धन ,
मै भी अपने अधिकार निभाऊ
पडे जरूरत जब भी माँ को ,
प्राण भी देकर उसे बचाऊ !
भारत माँ का सेवक हू ,
लेकिन रिश्वत लेने वाला नागरिक नही ,
भुखा मर जाऊ ये मेरी किस्मत ,
लेकिन बेईमानी से कमाऊ नही !
दुश्मन न आँख उठा पाए ,
एक कदम न आगे बढ पाए ,
जो कोशिश कर के देख ले ,
तो अपनी जान से वो जाए !
गोवर्धनसिंह चम्पावत
9783659100
Agar apko ye kavita acchi lage to is number par contact karko batayiye...aur ho ske to reporters tak pohunchayiye....plz its my request....
Answers
Answered by
1
Explanation:
jai hind bahut achhi kavita thi
Answered by
32
Answer:
Similar questions