भारत का वीर सपुत पर निबंध
Answers
Answer:
न तपती रेत की
न अपने तन की चिन्ता
चिन्ता है तो बस
अपने देश की
कैसी भी सरहद
बर्फ की आग की
हर जगह बेखौफ़ है
भारत के वीर सिपाही
गर्व है
हर भारतवासियों को
इन वीर सपूतों पर
करते नमन
हम सब इन जवानों को
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव
Explanation:
. कैप्टेन विक्रम बत्रा
कारगिल जंग में शहीद इस वीर सपूत को कौन भूल सकता है. हिमाचल के पालमपुर में जन्मे विक्रम बत्रा 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स के हिस्सा थे. उन्होंने इतिहास की सबसे मुश्किल जंग लड़ी थी. कारगिल युद्ध में कैप्टेन विक्रम ने चोटी 5140 पर कब्जा करने में कामयाबी हासिल की थी. बता दें, ये चोटी 17000 फीट ऊंचाई पर स्थित थी. इस मिशन में बत्रा बुरी तरह जख्मी हो गए थे लेकिन उनके हौसले बुलंद थे. उन्होंने पाकिस्तान के तीन सैनिकों को मार गिराया था. वैसे कैप्टेन विक्रम बत्रा इस मिशन को पूरा करके रुके नहीं. उन्होंने इसके बाद चोटी 4875 पर कब्जा करने का निर्णय किया और उस मिशन पर जुलाई 7, 1999 को निकल पड़े. मिशन के समय विक्रम के साथी अफसर बुरी तरह जख्मी हो गए. उस पल विक्रम ने साथी अफसर की जान बचाने की ठान ली. इस मुहिम में एक सूबेदार ने विक्रम की मद्द के लिए हाथ आगे बढ़ाया, लेकिन कैप्टेन ने उसे रोकते हुए कहा ' तुम्हारे बच्चे तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं '. अब उस अफसर की तो जान बच गई लेकिन कैप्टेन विक्रम बत्रा शहीद हो गए. कैप्टेन विक्रम बत्रा को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया. वैसे बता दें, पाकिस्तानी आर्मी उन्हें शेरशाह कहकर संबोधित करती थी