Geography, asked by ankitpathak28205, 3 months ago

भारत में छोटे नागपुर औद्योगिक प्रदेश के विकास के लिए उत्तरदाई पांच कारकों की व्याख्या कीजिए​

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Answered by psrajputbusinessman
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1. छोटानागपुर औद्योगिक प्रदेश (Chota Nagpur Industrial State):

यह भारत के ‘रूर प्रदेश’ में स्थित है, जहाँ विभिन्न खनिज संसाधनों के विशाल भंडार हैं । लोहा, कोयला, मैंगनीज, तांबा, बॉक्साइट, यूरेनियम आदि खनिज यहाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, जो यहाँ के खनिज आधारित उद्योगों के लिए कच्चे माल की उपलब्धता सुलभ कराते हैं ।

यही कारण है कि इन प्रदेशों में खनिज आधारित उद्योगों के विभिन्न संकुलों का विकास हो सका है । इस प्रदेश में छोटानागपुर पठार की जनजातियों व आसपास के मैदानी भागों से पर्याप्त मात्रा में सस्ते व कुशल श्रमिक उपलब्ध हैं । दामोदर घाटी परियोजना, स्वर्णरेखा घाटी परियोजना आदि से इस क्षेत्र में ताप विद्युत व जल विद्युत की आपूर्ति होती है ।

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ये नदियाँ अपनी सहायक नदियों के साथ इन क्षेत्रों में स्वच्छ जल की आपूर्ति में सहायक हैं, जो औद्योगिक विकास हेतु आवश्यक है । चूँकि स्वतंत्रता के बाद यहाँ सरकारी व निजी प्रयास हुए हैं, इसीलिए इस प्रदेश में पूँजी व तकनीक का निवेश हुआ है एवं आधारभूत संरचना के विकास में प्रगति भी हुई है ।

कोलकाता महानगरीय प्रदेश एवं आसपास के प्रदेश इस क्षेत्र से रेल व सड़क मार्गों द्वारा जुड़े हुए हैं, जिससे छोटानागपुर औद्योगिक प्रदेश के लिए सहजता से आंतरिक बाजार उपलब्ध होता है । कोलकाता पत्तन विदेशों में निर्यात हेतु परिवहन सुविधा भी उपलब्ध करा रहा है, इस प्रकार इसे बाह्य बाजार भी सुलभ हैं ।

यही कारण है कि यहाँ अनेक औद्योगिक केन्द्रों का विकास हुआ है । इनमें राँची (भारी इंजीनियरिंग), बोकारो व जमशेदपुर (लोहा-इस्पात), चाइबासा (सीमेंट)?, सिंदरी (सीमेंट व उर्वरक), धनबाद व झरिया (कोयला खनन व संबंधित उद्योग), हजारीबाग व कोडरमा (अभ्रक खनन), जादूगोडा (यूरेनियम खनन), घाटशिला (तांबा प्रगलन) आदि प्रमुख हैं ।

इस औद्योगिक प्रदेश की मुख्य समस्या समय पर व पर्याप्त मात्रा में कच्चे माल व विद्युत की आपूर्ति का नहीं होना है । यही कारण है कि यहाँ के उद्योग अपनी क्षमता का पूर्ण उपयोग करने में सफल नहीं हो पा रहे हैं ।

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परंतु यह एक विकासशील औद्योगिक प्रदेश है जहाँ औद्योगिक स्थानीकरण के कारक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं । यह प्रदेश विकास की असीम संभावना रखता है तथा यहाँ खनिज व वन आधारित अनेक नए उद्योग लगाए जा सकते हैं ।

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