Social Sciences, asked by faimmansoori496, 9 months ago

भारत में स्वतंत्र तथा निष्पक्ष चुनाव की क्या चुनौतियां हैहिंदी में बताएं ​

Answers

Answered by neelanshisharma14
26

Answer:

hope it's helpful plz follow me make my answer brainlist and give thx

Explanation:

स्‍वतंत्र और निष्‍पक्ष चुनाव

चर्चा में क्यों?

निर्वाचन आयोग द्वारा गुजरात में मतदान के दौरान ई.वी.एम./वी.वी.पैट (वोटर वैरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) के संभावित दुरुपयोग अथवा ईवीएम और वीवीपैट के इस्‍तेमाल में प्रक्रिया संबंधी चूक को रोकने के लिये व्‍यापक प्रशासनिक सुरक्षा उपाए किये गए हैं। निर्वाचन आयोग ने इन सुरक्षा संबंधी उपायों को राजनैतिक दलों, उम्‍मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता से पारदर्शिता के साथ लागू किया है, ताकि उनका ई.वी.एम. और वी.वी.पैट की क्षमता और विश्‍वसनीयता पर भरोसा कायम हो सके। इन सभी कार्यों और प्रक्रियाओं को ज़िला निर्वाचन अधिकारियों (डी.ई.ओ.), निर्वाचन अधिकारियों (आर.ओ.), सहायक निर्वाचन अधिकारियों तथा चुनाव से संबद्ध अन्‍य अधिकारियों के ज़रिये लागू किया गया है।

प्रशासनिक प्रोटोकोल और प्रक्रिया संबंधी सुरक्षा में क्या-क्या शामिल किया गया है?

प्रशासनिक प्रोटोकोल और प्रक्रिया संबंधी सुरक्षा उपायों में -

► सभी ई.वी.एम. और वी.वी.पैट की प्रथम स्‍तर पर जाँच।

► एफ.एल.सी. के दौरान प्रत्‍येक ई.वी.एम. और वी.वी.पैट द्वारा कृत्रिम मतदान।

► उम्‍मीदवार का समायोजन और मतदान दिवस (वास्‍तविक मतदान शुरू होने से पहले)।

► दो चरणों में ई.वी.एम. और वी.वी.पैट की अचानक निगरानी।

► मतदान से पहले, मतदान के दौरान और उसके बाद ई.वी.एम. और वी.वी.पैट को रखने के लिये कड़े सुरक्षा उपाय।

► ई.वी.एम. और वी.वी.पैट संबंधी क्रियाकलापों तथा उन्‍हें रखे जाने वाले सुरक्षित कमरों की विस्‍तृत वीडियोग्राफी और सीसीटीवी कवरेज़।

चुनाव संबंधी इन सभी गतिविधि‍यों को राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों और उम्‍मीदवारों/चुनाव एजेंटों की उपस्थिति में संपन्न कराया जाता है।

ईवीएम और वीवीपैट की प्रथम स्‍तर पर जाँच

जाँच के समय निर्माता प्रमाणित करते हैं कि ई.वी.एम. के सभी पुर्जे़ मूल हों। यह प्रमाणित होने के पश्चात् ई.वी.एम. की नियंत्रण इकाई के प्‍लास्टिक कैबिनेट को सील किया जाता है। इसके बाद इस पर राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि हस्‍ताक्षर करते हैं और इसे सुरक्षित कक्ष में रख दिया जाता है। इस चरण के बाद ई.वी.एम. की नियंत्रण इकाई के प्‍लास्टिक कैबिनेट को खोला नहीं जा सकता।

जाँच के समय कार्य कर रही प्रत्‍येक ई.वी.एम. पर थोड़े से मतदाताओं के साथ कृत्रिम मतदान कराया जाता है। साथ ही प्रथम स्‍तर की जाँच के समय राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में एक प्रतिशत ई.वी.एम. में 1200 मत, 2 प्रतिशत में 1000 मत और अन्‍य 2 प्रतिशत में 500 मत डाले जाते हैं।

इस कृत्रिम मतदान के नतीजों और कृत्रिम मतदान के दौरान डाले गए प्रत्‍येक मत का क्रमबद्ध प्रिंट राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को दिखाया जाता है। राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को इस कार्य के लिये अचानक मशीन चुनने की इज़ाज़त दी जाती है।

राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को स्‍वयं कृत्रिम मतदान की इज़ाज़त दी जाती है। प्रत्‍येक वी.वी.पैट में 16 उम्‍मीदवारों के बटन में प्रत्‍येक के सामने 6 मत कृत्रिम मतदान से डाले जाते हैं।

प्रथम स्‍तर की जाँच के बाद ई.वी.एम. और वी.वी.पैट के लिये सुरक्षा उपाय

प्रथम स्‍तर की जाँच के बाद ई.वी.एम. और वी.वी.पैट को 24 घंटे की सुरक्षा और सी.सी.टी.वी. कवरेज़ के अंतर्गत सुरक्षित कमरे में रखा जाता है।

ई.वी.एम. और वी.वी.पैट की आकस्मिक निगरानी

ई.वी.एम. और वी.वी.पैट की दो बार आकस्मिक निगरानी की जाती है। पहली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र को मशीन का आवंटन करते समय और दूसरी इन्‍हें अलग-अलग मतदान केंद्रों में इस्‍तेमाल के लिये वितरित करने से पहले उम्‍मीदवारों अथवा उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति‍में मतदान केंद्रों पर की जाती है।

आकस्मिक निगरानी का कार्य डीईओ द्वारा राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों/उम्‍मीदवारों की उपस्थिति में ई.वी.एम. ट्रेकिंग सॉफ्टवेयर के ज़रिये किया जाता है, ताकि इस विषय में पूरी पारदर्शिता बनी रहे।

किसी विशेष मतदान केंद्र को आवंटित की गई क्रम संख्‍या वाली ई.वी.एम. और वी.वी.पैट की सूची राजनैतिक दलों एवं उम्‍मीदवारों को दी जाती है।

ई.वी.एम. और वी.वी.पैट में उम्‍मीदवार का समायोजन

Answered by namrtahrh
12

sorry I don't know

Similar questions