भारत में वाणिज्यिक मोबाइल सेवाएं प्रारम्भ हुयी
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Aur saare bache bigadte chale gye.....
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Aug 19, 2015, 01:30 PM IST
नई दिल्ली.भारत में पहली मोबाइल कॉल को20साल पूरे हो चुके हैं।1995में शुरू हुई यह सेवा आज भारत के करोड़ों लोगों तक पहुंच चुकी है। 20साल पहले भारत में शुरू हुआ यह सफर पीसीओ की लंबी लाइन से निकलकर हर जेब तक पहुंच चुका है। लेकिन, क्या आप जानते हैं इसे किस कंपनी ने कब और कहां से शुरू किया था। पहली कॉल कब की गई थी। उस वक्त एक कॉल करने के कितने रुपए लगते थे। अगर नहीं तो मनी भास्कर आज आपको पहली टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर के बारे में जानकारी दे रहा है। साथ ही बताएगा कि कैसे मोबाइल ने बदल दी भारतीयों की जिन्दगी। मोदीटेल्स्ट्राने शुरू की थी सर्विस मोबाइल सेवा देने वाली कंपनी मोदीटेल्स्ट्राभारत में इस सर्विस को शुरू करने वाली पहली कंपनी थी। उसने इस सर्विस का नाम मोबाइलनेट रखा था। इस सर्विस को लोगों तक पहुंचाने में नोकिया के हैंडसेट की मदद ली गई थी। मोदीटेल्स्ट्राबाद में स्पाइस टेलीकॉम के नाम से सेवाएं देने लगी। भारत में मोबाइल फोन सेवा का लाइसेंस पाने वाली शुरुआती8कंपनियों में मोदी टेल्स्ट्रा भी शामिल थी। कलकत्ता सेदिल्ली की गई थी पहली कॉल 31जुलाई1995को भारत से पहली मोबाइल कॉल की गई थी।20साल पहले पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने कोलकाता (उस वक्तकलकत्ता) में मोदी टेल्सट्रा (ModiTelstra)कंपनी के मोबाइल नेट (MobileNet)सर्विस की शुरुआत की थी। इसके बाद ज्योति बसु ने कोलकाता से पहली मोबाइल कॉल उस समय के केंद्रीय संचार मंत्री सुखराम को की थी। यह कॉल करने के लिए नोकिया के हैंडसेट (2110)का इस्तेमाल किया गया था। यह कॉल कोलकाता के राइटर्स बिल्डिंग से दिल्ली स्थित संचार भवन के बीच की गई थी। देने होते थे इनकमिंग के भी पैसे 20साल पहले आउटगोइंग के साथ-साथ इनकमिंग कॉल के लिए भी पैसे देने होते थे। मोबाइल के शुरुआती पांच साल में महज10लाखकस्टमर्सतक ही यहसर्विसपहुंची थी। आगे की स्लाइड में जानिए भारत में किस तरह आया मोबाइल रिवॉल्यूशन... तस्वीरों का इस्तेमाल केवल प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।