भारत महिमा | कैसे थे भारत के पुत
Answers
Answered by
3
चरित थे पूत, भुजा में शक्ति, नम्रता रही सदा संपन्न । हृदय के गौरव में था गर्व, किसी को देख न सके विपन्न ।। हमारे संचय में था दान, अतिथि थे सदा हमारे देव । वचन में सत्य, हृदय में तेज, प्रतिज्ञा मे रहती थी टेव ।।
please mark me brain mark list
Answered by
1
Answer:
चरित थे पूत, भुजा में शक्ति, नम्रता रही सदा संपन्न । हृदय के गौरव में था गर्व, किसी को देख न सके विपन्न || हमारे संचय में था दान, अतिथि थे सदा हमारे देव । वचन में सत्य, हृदय में तेज, प्रतिज्ञा में रहती थी टेव ।।
please mark me brain mark list
Similar questions