भारत संस्कृतियो का समन्वय तीर्थ बन गया है , समझाइए।
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sorry
I don't know (╯︵╰,)
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Explanation:
सांस्कृतिक समन्वय का यह रूप भारत की सभी भाषाओं के साहित्य में परिलक्षित होता है वस्तुतः हिन्दी साहित्य को सांस्कृतिक समन्वय का भाव विरासत में मिला है। हिन्दी साहित्य के प्रारंभिक युग में देश में बौद्ध, जैन, शैव, वैष्णव, शाक्त आदि नाना मत मतांतर प्रचलित थे।
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