भारत देश विकास में तुम किस तरह से अपना योगदान देना चाहने हो ? 500 शब्दों में लिखो ।
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भारत एक धार्मिक, सांस्कृतिक और परंपरागत देश हैं और विवधता में एकता के लिये प्रसिद्ध हैं। हांलाकि, इसे विकास के लिये स्वच्छ, भ्रष्टाचार, सामाजिक संघर्षों, महिलाओं के खिलाफ अपराधों, गरीबी, प्रदूषण, ग्लोबल वॉर्मिंग आदि के अन्त के लिये अपने नागरिकों के और अधिक प्रयासों की आवश्यकता हैं। लोगों को सरकार पर चिल्लाने और दोषी ठहराने के स्थान पर देश के प्रति अपने कर्त्तव्यों को समझना चाहिये। देश की वृद्धि एवं विकास के लिये सभी व्यक्ति व्यक्तिगत रुप से जिम्मेदार हैं। लोगों को लाओं तुज़ के प्रसिद्ध कथन,“हजारों कोसो की यात्रा एक कदम से शुरु होती हैं” को कभी नहीं भूलना चाहिये। सभी को अपने मौलिक कर्त्तव्यों के बारे में जानकारी रखनी चाहिये और उन्हें नजरअंदाज किये बिना अनुकरण करना चाहिये। देश के अच्छे और जिम्मेदार नागरिक होने के कारण, सभी को अपने कर्त्तव्य वफादारी से निभाने चाहिये जैसे:
लोगों को सरकार के बनाये हुये सभी नियमों और कानूनों का पालन करना चाहिये। उन्हें प्राधिकरणों का आदर करना चाहिये और कोई नियम नहीं तोड़ना चाहिये साथ ही साथ दूसरों को भी ऐसा करने के लिये प्रेरित करना चाहिये।
उन्हें अपने खिलाफ किसी भी अपराध को सहन नहीं करना चाहिये और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिये। उन्हें समाज को नकारात्मक प्रभाव से बचाते हुये अपने सभी नागरिक और सामाजिक कर्त्तव्यों का पालन करना चाहिए।
उन्हें जरुरतमंद लोगों के लिये समाधान उपलब्ध कराने चाहिये, बुद्धिमत्ता पूर्ण मतदान करना चाहिये और अपने सभी करों का भुगतान समय पर करना चाहियें।
उन्हें समाज के हित के लिये आर.टी.आई. और आर.टी.ई. जैसे अधिनियमों की मदद लेनी चाहिये।
सभी को अपने चारों ओर साफ-सफाई रखने के लिये स्वच्छता अभियान में भाग लेना चाहिये। उन्हें बच्चों को बेकार वस्तुओं को कूड़ेदान में डालना और सार्वजनिक वस्तुओं की देखभाल करना सिखाना चाहिये।
वो लोग जो समर्थ हैं उन्हें गैस के अनुदान (सब्सिडी) को छोड़ देना चाहिये।
सभी को देश और संगी नागरिकों के प्रति ईमानदार और वफादार होना चाहिये। उन्हें एक-दूसरे के लिये सम्मान की भावना रखनी चाहिये और देश के कल्याण के लिये बनायी गयी सामाजिक व आर्थिक नीतियों का भी सम्मान करना चाहिये।
लोगों को अपने बच्चों को शिक्षा में शामिल करना चाहिये और उनके स्वास्थ्य और बचपन की देखभाल करनी चाहिये। उन्हें अपने बच्चों को बाल-श्रम और अन्य अपराध करने के लिये मजबूर नहीं करना चाहिये।
लोगों को अपने देश को दुनिया में सबसे अच्छा देश बनाने के लिये प्रयास करना चाहिये।
हैं। एक राजनेता (जो लालची न हो और न ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो) देश के विकास में अपनी विभिन्न महान भूमिकाओं को निभाता हैं वहीं एक भ्रष्ट राजनेता देश को नष्ट कर सकता हैं। इसलिये एक राजनेता को अपने कर्त्तव्यों को समझकर देश के प्रति अपने कर्त्तव्यों का ईमानदारी से पालन करना चाहिये।
पुलिस सिपाही: पुलिस की नियुक्ति शहर, राज्यों और राष्ट्र स्तर पर विभिन्न स्थानों पर पूरे देश में सुरक्षा, शान्ति और सद्भावना को बनाये रखने के लिये की जाती हैं। वो लोगों की उम्मीद हैं, इसलिये उन्हें अपने देश और लोगों के साथ वफादार होना चाहिये।
व्यवसायी या कारोबारी: एक व्यवसायी का अपने देश के प्रति मुख्य कर्त्तव्य ये हैं कि वो देश में ज्यादा से ज्यादा रोजगार प्रदान करे, न कि विदेशों में और अपने देश की आर्थिक वृद्धि दर को बढ़ाने के साथ ही देश में गरीबी के उन्मूलन के प्रयास करें। उन्हें किसी तरह के भ्रष्टाचार और तस्करी में शामिल नहीं होना चाहिये।
खिलाड़ी: खिलाड़ियों को अपने खेल और देश के प्रति वफादारी रखनी चाहिये और किसी भी तरह के भ्रष्टाचार या मैच-फिक्सिंग में शामिल नहीं होना चाहिये क्योंकि वो देश के युवाओं के आदर्श होते हैं।
सामान्य नागरिक (आम-आदमी): आम आदमी विभिन्न तरीकों से देश के लिये जिम्मेदार हैं। उन्हें अपने निष्ठापूर्ण कर्त्तव्यों को समझना चाहिये और देश के नेतृत्व के लिये अच्छा नेता चुनना चाहिये जो देश को सही दिशा में ले जा सके। उन्हें अपने घर के साथ-साथ अपने आस-पास के वातावरण को साफ और स्वच्छ रखना चाहिये जिससे कि उनका परिवार स्वस्थ्य, खुशहाल और बीमारी मुक्त बना सके। उन्हें अनुशासित, समय का पाबंद और अपने पेशे के प्रति कर्त्तव्य निष्ठ होना चाहिये।
अपने देश के लिये मेरे क्या कर्त्तव्य है - निबंध 4 (600 शब्द)
परिचय
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