भारत वनस्पति जगत तथा प्राणी जगत की धरोहर में धनी क्यों है?
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उत्तर :
भारत वनस्पति जगत तथा प्राणी जगत की धरोहर में धनी है क्योंकि भारत एक विशाल देश है इसलिए यहां विभिन्न प्रकार की जलवायु तथा मिट्टी पाई जाती है । परिणाम स्वरुप यहां विभिन्न प्रकार के वनस्पति मिलती है। किसी प्रदेश की प्राकृतिक वनस्पति का स्वरूप वहां की जलवायु दशाओं तथा मृदा पर निर्भर करता है। कहीं घने वन दिखाई देते हैं तो कोई घास भूमियां और झाड़ियां। वनस्पति की इस विविधता ने विभिन्न प्रजातियों के वन्य प्राणियों को आश्रय दिया है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।।
Answer:
भारत में लगभग प्रकृति की सभी विशेषताएँ विद्यमान हैं जैसे-पर्वत, मैदान, मरुस्थल, पठार, सागरीय तट, सदानीरा नदियाँ, द्वीप एवं मीठे तथा खारे पानी की झीलें। ये सभी कारक भारत में वनस्पति जगत एवं प्राणी जगत की वृद्धि एवं विकास : के लिए अजैविक विविधता के लिए अनुकूल हैं। विश्व की कुल जैवविविधता का 12 प्रतिशत भारत में पाया जाता है। भारत में लगभग 47,000 विभिन्न जातियों के पौधे पाए जाने के कारण यह देश विश्व में दसवें स्थान पर और एशिया के देशों में चौथे स्थान पर है। भारत में लगभग 15,000 फूलों के पौधे हैं जो कि विश्व में फूलों के पौधे का 6 प्रतिशत है। इस देश में बहुत से बिना फूलों के पौधे हैं जैसे फर्न, शैवाल (एलेगी) तथा कवक (फंजाई) भी पाए जाते हैं।
भारत में लगभग 89,000 जातियों के जानवर तथा ताजे और समुद्री पानी की विभिन्न प्रकार की मछलियाँ पाई जाती हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की मृदा, आर्द्रता एवं तापमान में अत्यधिक भिन्नता के साथ अलग-अलग प्रकार का वातावरण पाया जाता है। पूरे देश में वर्षा का वितरण भी असमान है। वनस्पति जगत एवं प्राणी जगत की विभिन्न प्रजातियों को अलग-अलग प्रकार की वातावरण संबंधी परिस्थितियाँ एवं विभिन्न प्रकार की मृदा चाहिए होती है। इसलिए भारत वनस्पति जगत तथा प्राणी जगत की धरोहर में धनी है।