Hindi, asked by brajeshy4423, 1 month ago

भारतीय आर्यभाषा के क्रमिक विकास को निरूपित करते हुए हिन्दी के व्याकरणिक स्वरूप को स्पष्ट कीजिए।?

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Answered by rahul9938
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Answer:

भाषावैशिक दृष्टि से अपभ्रंश भारतीय आर्यभाषा के मध्यकाल की अंतिम अवस्था है जो प्राकृत और आधुनिक भाषाओं के बीच की स्थिति है। पूर्वी हिन्दी अतः कहा जा सकता है कि हिन्दी भाषा का विकास अपभ्रंश के शौरसेनी, मागधी और अर्धमागधी रूपों से हुआ है।

Answered by wwwaryankumar6301
0

Answer:

Hindi hai apna language and

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