भारतीय अर्थव्यवस्था में कुटीर उद्योग के तीन लाभ लिखिए।
Answers
भारतीय अर्थव्यवस्था मे कुटीर उधोग के प्रमुख लाभ
1.कम पूंजी, 2.संतुलित विकास, 3.रोज़गार का मिलना
Explanation:
भारतीय अर्थव्यवस्था मे कुटीर उधोग का महत्वपूर्ण स्थान हासिल है| ये भारतीय अर्थवयवास्था को उचाई प्रदान करने के लिए हृदय और आत्मा का कार्य करता है| कुटीर उधोग लगाने के लिए कम पूंजी की ज़रूरत होती है जिससे इसे शहर के साथ गाँव मे भी आसानी से चलाया जा सकता है| जगह-जगह कुटीर उधोग खुलने से रोज़गार की प्राप्ति होती जिसके कारण बेरोज़गारी मे भारी गिरावट होती है| जिन क्षेत्रो मे बड़े उधोग नही खुल सकता तो वैसे क्षेत्रो मे कुटीर उधोग खोल कर देश का संतुलित विकास किया जा सकता है|
भारतीय अर्थव्यवस्था में कुटीर उद्योग के तीन लाभ निम्नलिखित हैं
1.कम लागते
2.स्थानीय अर्थव्यवस्था मे मदद
3. अनोखा उत्पाद
Explanation:
कुटीर उद्योग आम तौर पर घरो और ग्रामीण क्षेत्र से संचालित किया जाता है जिसे उत्पादों मे लागत कम आती है क्योंकि वहाँ बड़ी आसानी से सस्ते कामगार मिल जाते हैं|
स्थानीय रूप से उत्पादित उत्पादों तक आसानी से पहुंच जाते हैं, स्थानीय रूप से खरीदी गई सामग्री और आपूर्ति स्थानीय अर्थव्यवस्था को मदद करती है।जिससे स्थानीय व्यावसायिक उद्यमों को समृद्ध होने में मदद मिलती है। पड़ोसी अपने पड़ोसियों को जानते हैं और अतिरिक्त संतुष्टि प्राप्त करते हैं यह जानने से कि वे अपने उत्पादों को खरीदकर एक स्थानीय परिवार की मदद कर रहे हैं।
अनोखे उत्पाद जैसे खादी,चमड़ा, रेशम, कपास, ऊन, मलमल आदि बड़े आसानी से सस्ते दामों मे मिल जाते हैं | उनके उत्पादों में कई कीमती सामान जैसे आभूषण,मूर्तियाँ, रत्न, पत्थर और मसाले, तेल और शहद जैसी खाद्य वस्तुएँ भी मिलती हैं।