भारतीय राजनीति में 'कांग्रेस प्रभुत्व' से आप क्या समझते हैं?
Answers
Answered by
0
Answer:
l don't know sorry
Explanation:
If u want other subjects help then l can help you
Answered by
1
कांग्रेस प्रभुत्व का तात्पर्य एक समय से है जब भारतीय राजनीति में कांग्रेस ही सत्ता में थी। यह काल भारत की आजादी से लेकर 1977 तक मानी जाती है।
कांग्रेस प्रभुत्वता के कारण:
संगठात्मक की पहुंच:
- कांग्रेस संगठन पूरे भारत में फैला हुआ था।
- दूसरी कोई भी पार्टियां इतनी बड़ी या विस्तृत नहीं थीं।
- अन्य पार्टियां उस दौरान नई ही थीं।
कांग्रेस भारतीय आंदोलन की विरासत थी:
- कांग्रेस 1885 में बनी है, इस पार्टी इस वो लोग जुड़े हुए थे जिनका स्वतंत्रता आन्दोलन में अहम भूमिका थी।
- महात्मा गांधी, नेहरू, बोस, पटेल जैसे नेता कांग्रेस में थे।
करिश्माई नेतृत्व:
- जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे जो कांग्रेसी थे और एक प्रबल नेता थे।
- नेहरू के मरणोपरांत लाल बहादुर शास्त्री ने उनका पद संभाला, और उनके बाद इंदिरा गांधी ने।
- सभी नेताओं का लोग बहुत सम्मान करते थे।
समान विचारधारा:
- कांग्रेस में ऐसे नेता थे जो समाज की अच्छी समझ रखते थे।
- कांग्रेस की और देश के लोगों की विचारधारा समान थी।
- देश ले लोगो की क्या जरूरतें हैं, कांग्रेस को यह भली भाती पता थी।
- कांग्रेस ने कई योजना और नीतियों की नीव रखी जिसका फायदा लोगो को हुआ।
#SPJ2
Similar questions