Hindi, asked by ak5559958, 2 months ago

भारतीय सीमा पर तैनात जवानों के लिए आभार प्रकट करते हुए एक भाव पूर्ण
संदेश 30-40 शब्दों में लिखिए।​

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Answered by abhi0810kumar
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Answer:

सरहद पर तैनात बीएसएफ के जवान देश की सेवा कर रहे हैं और मरने के बाद अंगदान के जरिए देश के लोगों की सेवा करने का ऐलान कर रहे हैं। बीएसएफ के जवानों की इसी अनूठी पहल से देश के हजारों लोगों को नई जिंदगी मिलेगी।

एक दिन पहले ही विश्व अंगदान दिवस पर बीएसएफ जवानों ने अपनी-अपनी बटालियन में अंगदान के लिए घोषणा पत्र भरा है। राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर जिलों से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात 5 हजार जवान अंगदान मुहिम में हिस्सा ले रहे हैं। बीएसएफ ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा को 1500 प्रमाण पत्र सौंपे।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत काम कर रहे नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू प्लांटेशन ऑर्गनाइजेशन के साथ मिलकर बीएसएफ इस मुहिम को आगे बढ़ा रहा है। डॉक्टरों की मानें तो देश में हर साल हजारों लोगों की मौत इसलिए हो जाती है, क्योंकि समय पर उन्हें समय पर अंग दान का कोई डोनर नहीं मिल पाता।

ऐसे में बीएसएफ की यह मुहिम हजारों लोगों की जान बचा सकती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2015 काे ‘मन की बात’ में ‘अंगदान को महादान’ बताते हुए इसके लिए मुहिम चलाकर आगे बढ़ाने की जरूरत बताई थी। पीएम मोदी ने माना कि मरने के बाद शरीर के अंग किसी की जिंदगी को बचा सकते हैं, तो क्यों न इसे मुहिम के रूम देश के लोगों को जागरूक किया जाए। इसके लिए सबसे पहले बीएसएफ जवानों ने इस मुहिम को अागे बढ़ाया है। जागरूकता के साथ ही अब जवान अंगदान के लिए आगे आ रहे हैं। रविवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में बीएसएफ के जांबाज जवानों, अधिकारियों एवं उनके परिजनों ने अंगदान करने का ऐलान किया।

1070 किमी. की सीमा पर तैनात है 22-23 हजार जवान

राजस्थान से लगती चार जिलों की 1070 किमी. सीमा पर बीएसएफ के 22-23 हजार जवान तैनात हैं। 20 बटालियन इस बॉर्डर पर काम कर रही है। जबकि 5 सेक्टर हेड मुख्यालय भी है। विश्व अंगदान दिवस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर अधिकारियों, कर्मचारियों ने अंगदान करने का प्रण लिया है। इसके लिए जवानों को फार्म उपलब्ध करवाए गए है। स्वेच्छा से फार्म भरकर हेड क्वार्टर मुख्यालय को भेजे जाने हैं। 18 अगस्त तक अंगदान करने वाले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।

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