भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण बताएँ।
Answers
उत्तर :
भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण और इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण निम्न प्रकार से है :
युक्तिपरक कारण :
सत्ता की साझेदारी का युक्ति पर कारण यह कहता है कि सत्ता की साझेदारी से देश के अलग अलग सामाजिक समूहों में संघर्ष के अवसर कम होते हैं। विशेषतया उस देश में जहां बहुत से भाषायी, जातीय तथा धार्मिक समूह रहते हो। भारत में जाति, धर्म , भाषा लिंग के आधार पर अनेक सामाजिक समूह मौजूद है । सामाजिक संघर्ष का परिणाम राजनीतिक अस्थिरता तथा हिंसा के रूप में सामने आता है, इसलिए सत्ता की साझेदारी कई प्रकार से राजनीतिक व्यवस्था की स्थिरता बढ़ाने में सहायता करती है । अगर देश का कोई बहुसंख्यक समाज अल्पसंख्यक समूह पर अपनी मर्ज़ी थोपना चाहे तो इससे न केवल उन समूह के बीच बल्कि देश में भी तनाव बढ़ने का खतरा पैदा हो जाता है। सत्ता की साझेदारी का अर्थ है सत्ता का इकट्ठे मिलकर प्रयोग करना । अगर सत्ता का इकट्ठे मिलकर प्रयोग किया जाए तो यह लंबे समय के लिए देश के हित में होगा । परंतु अगर बहुसंख्यक अल्पसंख्यकों को दबाने का प्रयास करेंगे तो इससे बहुसंख्यक समूह को भी हानि पहुंचेगी।
नैतिक कारण :
सत्ता की साझेदारी का दूसरा कारण नैतिक है तथा सत्ता की साझेदारी का यह कारण आधुनिक लोकतंत्रों के लिए काफी लाभदायक है । लोकतंत्र में सत्ता को उनमें बांटा जाता है, जो
(i) उस सत्ता का प्रयोग करता है अथवा जिनके हाथ में सत्ता होती है, तथा
(ii) जिन लोगों पर सत्ता का प्रयोग किया जा रहा हो। लोकतंत्र में जनता का निर्णय अंतिम निर्णय होता है क्योंकि सत्ता को लेने तथा देने में उनका उत्तरदायित्व सबसे अधिक होता है । नैतिक कारण का मुख्य नियम यह कहता है कि साझी सरकार में कई दल मिलकर सरकार बनाते हैं, सत्ता का विकेंद्रीकरण होता है, अल्प संख्या समूहों के अधिकारों की रक्षा होती है तथा निर्णय लेने की प्रक्रिया में सभी की सुनी जाती है। भारत में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि विधानमंडल में बैठते हैं और सरकार के कार्य में भाग लेते हैं।
सत्ता की साझेदारी के दो मुख्य कारण है । सत्ता की साझेदारी से गहरे रूप से विभाजित समाज में न केवल तनाव कम होता है बल्कि इस देश की सरकार चलाने में सभी समूहों को समान रूप से प्रतिनिधित्व प्राप्त होता है। इस प्रकार युक्तिपरक कारण कहता है कि सत्ता की साझेदारी से अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं तथा नैतिक कारण कहता है कि सत्ता की साझेदारी देश के लिए काफी लाभदायक है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
Answer:
This is the correct answer....