भारतीय उपमहाद्वीप में दूसरे शहरीकरण की मुख्य विशेषताओं को रेखांकित करें
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भारतीय उपमहाद्वीप में दूसरे शहरीकरण की मुख्य विशेषताएं |
Explanation:
भारतीय उपमहाद्वीप में दूसरे शहरीकरण की विशेषताएं इस प्रकार है:
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व में गंगा के मैदानों में शहरीकरण हुआ।
- इस समय जो शहर या नगर विकसित हुए थे मुख्यता राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों के केंद्रों के रूप में उभरे।
- कुछ अन्य चेहरों का विकास विभिन्न प्रकार की आर्थिक गतिविधियों के कारण हुआ।
- शहरीकरण के विकास में धर्म का भी योगदान रहा अर्थात इस समय कुछ धार्मिक स्थल नए शहरों के रूप में विकसित हुए जैसे वैशाली।
- दूसरे शहरीकरण में लोहे के उपकरणों का प्रयोग कृषि और कृषि विस्तार के लिए किया गया।
- इस समय लोहे के औजारों या उपकरणों से लोगों को भूमि के बड़े हिस्से को जल्दी साफ करने में सहायता मिली जिस कारण खेती का विस्तार हुआ।
और अधिक जानें:
Outline the main features of second urbanization in the Indian subcontinent.
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Answer:
Explanation:
भारतीय उपमहाद्वीप, एशिया के दक्षिणी भाग में स्थित एक उपमहाद्वीप है। इस उपमहाद्वीप को दक्षिण एशिया भी कहा जाता है भूवैज्ञानिक दृष्टि से भारतीय उपमहाद्वीप का अधिकांश भाग भारतीय प्रस्तर (या भारतीय प्लेट) पर स्थित है, हालाँकि इस के कुछ भाग इस प्रस्तर से हटकर यूरेशियाई प्रस्तर पर भी स्थित हैं।
शहरी क्षेत्रों के भौतिक विस्तार (क्षेत्रफल, जनसंख्या आदि का विस्तार) शहरीकरण (urbanization) कहलाता है। यह एक वैश्विक परिवर्तन है। संयुक्त राष्ट्र संघ की परिभाषा के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का शहरों में जाकर रहना और काम करना भी 'शहरीकरण' है।
शहरीकरण या नगरीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अन्तर्गत एक समाज के समुदाय के आकार और शक्ति में वृध्दि होती रहती है जब तक की वे सम्पूर्ण जनसंख्या के अधिकांश भाग को सम्मिलित नहीं कर लेते हैं और सम्पूर्ण समाज पर प्रकार्यात्मक और सांस्कृतिक आधिपत्य स्थापित नही कर लेते। किसी राष्ट्र की जनसंख्या का बढ़ता हुआ आकार जब शहर की तरफ निवास के लिए जमा होता है तो उसे नगरीकरण या शहरीकरण कहते है।।।
भौतिक भूगोल
इस उपमहाद्वीप में आमतौर पर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश सम्मिलित किए जाते हैं, और नेपाल, भूटान और श्रीलंका को भी प्रायः सम्मिलित किया जाता है और कभी-कभी अफ़्गानिस्तान और मालदीव भी सम्मिलित किए जाते हैं। इस क्षेत्र में अक्साई चिन का विवादित क्षेत्र भी है जो ब्रिटिश राज के रियासती राज्य जम्मू और कश्मीर का भाग था, पर वर्तमान में चीन के शिंग्जियांग स्वायत्तशासी प्रांत का एक भाग है। जब कभी भारतीय उपमहाद्वीप का उपयोग दक्षिण एशिया के संदर्भ में किया जाता है तो इसमें कभी-कभी श्रीलंका और मालदीव को सम्मिलित नहीं किया जाता, जबकि नेपाल और तिब्बत को प्रकरणानुसार इसमें सम्मिलित किया या नहीं किया जाता।
मानव भूगोल
भौगोलिक रूप से, भारतीय उपमहाद्वीप एक प्रायद्वीपीय क्षेत्र है जो दक्षिण-मध्य एशिया में स्थित है। इस क्षेत्र में सम्मिलित सभी सातों देशों का कुल क्षेत्रफल ४४ लाख वर्ग किमी है, जो एशियाई महाद्वीप का लगभग १०% या विश्व के भूमि क्षेत्रफल का २.४% है। कुल मिलाकर यहाँ एशिया के ३४% (विश्व के १६.५%) लोग निवास करते हैं और यहाँ बड़ी संख्या में विभिन्न जनसमूहों के लोग रहते हैं।।