भारतीय वायुसेना में पायलट के पद के लिए आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा में असफल मित्र को ढांढस बधा ये
हुए पुनः प्रयास के लिए प्रेरणा पत्र लिखिए
Answers
उत्तर:-
पत्र लेखन (अनौपचारिक)
बी - ७०१,
अजमेरा एरिया,
कोरेगांव पार्क,
पूना -४११००१।
दिनांक - १५ जून २०२०।
प्रिय मित्र ,शौर्य
मधुर स्मृतियां
यहां सब कुशल मंगल है ,कामना करता हूं वहां भी सब ठीक हो।
शौर्य, भारतीय वायुसेना पायलट पद के लिए आयोजित की गई प्रतियोगिता में तुम ने हिस्सा लिया था। उसमें कुछ अंक कम मिलने के कारण तुम्हें इस परीक्षा में असफलता मिली। आश्चर्यजनक खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। क्योंकि तुम स्कूल में एवं कॉलेज में सभी शिक्षकों के अत्यंत प्रिय विद्यार्थी रहे हो। प्रत्येक स्पर्धा, प्रत्येक परीक्षा में प्रथम आने का सम्मान तुम ही प्राप्त करते थे। यही कारण है कि इस परीक्षा के परिणाम को सुनकर मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ।
मुझे पता है ,तुम्हारा सपना पायलट बनना है। इसके लिए तुमने जी जान कोशिश की है। इस परिणाम से तुम बिल्कुल दुखी ना हो ना, क्योंकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। मुझे विश्वास है कि तुम इस परीक्षा के परिणाम से निराश ना होकर पुनः प्रयास करोगे। और अपने सपनों की तरफ ऊंची उड़ान भरोगे।
करोगे ना प्रयास! मेरी शुभकामनाएं सदैव तुम्हारे साथ रहेगी। मुझे आशा है, तुम इस में अवश्य सफल होंगे।
चाचा - चाची को प्रणाम कहना। रश्मि को प्यार देना
तुम्हारा मित्र,
ऋत्विज
Answer:
पत्र लिखनेवाले का पता,
दिनांक- १५/०६/२०२०।
मेरे प्रिय मित्र/सहेली,
मुझे तुम्हारे परीक्षा मे असफल होने के समाचार से बड़ा दुःख हुआ। यह वास्तव में तुम्हारी बदकिस्मती ही है। तुम आजकल दुःखी मनोदशा मे रहते होंगे। परीक्षा मंे असफल होने के बारे में जब-तब अकेले में सोचते रहना भी बड़ा कष्टकर होता है। मैं तुम्हारे अकेलेपन को दूर करने तथा सान्तवना प्रदान करने के लिए तुम्हारे पास शीघ्र ही आ रहा हूँ।
जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव आते हैं। यह सुख व दुःख का मिश्रण है। हमें प्रकार की परिस्थितियों का सामना धैयपूर्वक करना चाहिए। अपने आपको हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। अब तुम खुद को दूसरे प्रयास के लिए दृढ़ निश्चय के साथ तैयार करो। यदि तुम अपने अध्ययन मे पर्याप्त श्रम और समय लगाते रहे तो प्रथम श्रेणी भी प्राप्त कर सकते हो।
जो गुजर गया उसे भूल जाओ और आगे की चिंता करो। अपने नियमित अध्ययन के लिए कार्यक्रम तैयार करों। उस पर चलो और सफलता का पुरस्कार प्राप्त करो। अपने दिल को छोटा मत करो।
तुम्हारा मित्र/सहेली,
पत्र लिखनेवाले का नाम।