भीष्म को शर शय्या पर किसने पाहुचे
Answers
Answer:
महाभारत का भीषण युद्ध समाप्त हो चुका था। विजेता पांडव शर शैय्या पर पड़े पितामह भीष्म का आशीर्वाद लेकर लौटने लगे तो पितामह ने श्रीकृष्ण को अपने पास बुलाया। कृष्ण पास आए तो भीष्म ने उनसे पूछा, 'मधुसूदन मैं अपने किस कर्म की वजह से नुकीले तीरों से बनी इस शय्या पर असह्य कष्ट भुगत रहा हूं?
Explanation:
Answer:
♡Ans:−
In Hindi:
युद्ध के दसवें दिन, पांडव राजकुमार अर्जुन ने शिखंडी की मदद से भीष्म को कई बाणों से छेद दिया और उन्हें बाणों की शय्या पर लकवा मार दिया। बाण की शय्या पर इक्यावन रातें बिताने के बाद, भीष्म ने अपना शरीर उत्तरायण (शीतकालीन संक्रांति) पर छोड़ दिया।
उपनाम: देवव्रत; गौरंगा; भीष्म; पितामह; गंगापुत्र; महामहिम
परिवार: शांतनु (पिता); गंगा (माँ); सत्यवती (सौतेली माँ); विचित्रवीर्य...
शीर्षक: पितामह
पद: कुरु सेना के कमांडर
In English:
On the tenth day of the war, the Pandava prince Arjuna, with the help of Shikhandi, pierced Bhishma with numerous arrows and paralysed him on a bed of arrows. After spending fifty-one nights on the arrow bed, Bhishma left his body on the Uttarayana (winter solstice).
Aliases: Devavrata; Gauranga; Bhishma; Pitamaha; Gangaputra; Mahamahim
Family: Shantanu (father); Ganga (mother); Satyavati (step-mother); Vichitravirya ...
Title: Pitamah
Position: Commander of Kuru army
Explanation:
if you are satisfied mark this answer as brainliest