'बहुत दिन हुए/हमें अपने मन के छंद छुए।'-इस पंक्ति का अर्थ और क्या हो सकता है? अगले पृष्ठ पर दिए हुए वाक्य की सहायक से सोचिए और अर्थ लिखिए-
क) बहुत दिन हो गए, मन में कोई उमंग नहीं आई।
ख) बहुत दिन हो गए, मन के भीतर कविता-ऐसी कोई बात नहीं उठी, जिसमें छंद हो, लय हो।
ग) बहुत दिन हो गए, गाने-गुनगुनाने का मन नहीं हुआ।
घ) बहुत दिन हो गए ,मन का दुख दूर नहीं हुआ और नाम मन में खुशी आई।
Please tell me the answer of this question.
Answers
Answered by
0
घ) बहुत दिन हो गए ,मन का दुख दूर नहीं हुआ और नाम मन में खुशी आई।
Similar questions