बहादुर जैसे बच्चों के साथ उपयुक़्त व्यवहार करके हम समाज में नकारात्मकता का वातावरण कम कर सकते है क्या आप इस कथान से सहमत हैं कथान के पष या विपझ में टिप्पणी कीजिए
Answers
Answer:नकारात्मक विचार हमारे मन के अंदर की ही भावनाएं हैं, जो हमें एवं दूसरों को नुकसान पहुंचाती हैं। मस्तिष्क में भय मनुष्य को बहुत छोटा बना देता है एवं वह स्वयं को असुरक्षित महसूस करता है। नकारात्मक विचार स्वयं एवं दूसरों को नुकसान पहुंचाने की गतिविधियों से प्रारंभ होते हैं। हमारे मष्तिष्क में विचार मुख्यत: 3 भागों से आते हैं- 1. अपने एवं दूसरों के कर्मों के विचार, 2. स्वत: की इच्छा के विचार, 3. स्वयं को असुरक्षित समझने के विचार। नकारात्मक विचारों का मुख्य कारण हमारी मानसिक स्थिति होती है। हम अक्सर स्थितियों के प्रति धारणा बनाकर अपने विचार उत्पन्न करते हैं। ऐसे विचार हमेशा हमारे विरुद्ध जाते हैं। किसी एक घटना, व्यक्ति या स्थिति को आधार मानकर हम उसी आधार पर पूर्वाग्रह बना लेते हैं। ऐसे विचारों के साथ 'हमेशा मेरे साथ ही क्यों होता है?' 'मैं कभी सही काम नहीं करता', 'मैं हमेशा अकेला रहूंगा' इस प्रकार के वाक्य जुड़े रहते हैं। नकारात्मक विचार और भाव दिमाग को खास निर्णय लेने के लिए उकसाते हैं। ये विचार मन पर कब्जा करके दूसरे विचारों को आने से रोक देते हैं। हम केवल खुद को बचाने पर फोकस होकर फैसला लेने लगते हैं।
Thank you! hope it will help you