बहुविकल्पीय पर निबंध लिखिए
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यदि शब्द या वाक्यांश से सम्बंधित विषयों की संख्या अधिक हो, और उनमें से एक बाकियों से काफ़ी अधिक प्रचलित हो, तो फिर मुख्य नाम पर प्रचलित विषय का लेख डाला जाता है और एक बहुविकल्पी पृष्ठ बनाया जाता है जिसका नाम मुख्य लेख का नाम (बहुविकल्पी) रखा जाता है। यहाँ और नाम के अंत में एक स्पेस रखा जाता है।
Explanation:
इसप्रकार बहुविकल्पी शब्द वे शब्द हैं जो एक से अधिक अर्थों में प्रयुक्त होते हैं। जैसे "सरस्वती" सरस्वती नदी भी है और हिन्दू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक यानी सरस्वती देवी भी। साथ ही सरस्वती हिन्दी की एक मासिक पत्रिका भी है। इन सभी पृष्ठों के लिए बहुविकल्पी पृष्ठ सरस्वती है।
यदि शब्द या वाक्यांश से सम्बंधित कई विषय हों और उनमें से कोई भी अन्य विषयों से बहुत अधिक प्रचलित ना हो, तो ऐसे में मुख्य लेख को एक बहुविकल्पी पृष्ठ बनाया जाता है, और सभी लेखों के नाम के आगे एक स्पेस देकर ब्रैकेट में कोई उपयुक्त प्रत्यय जोड़ा जाता है या फिर विषय के पूरे नाम का प्रयोग किया जाता है। जैसे उज़बेक एक बहुविकल्पी पृष्ठ है जो सम्बंधित विषयों के लेखों की सूची प्रदान करता है, इसमें उज़बेकिस्तान, उज़बेक लोग और उज़बेक भाषा लेखों की कड़ियाँ हैं। चूँकि इन लेखों के विषय के पूरे नाम अलग-अलग हैं, अतः आगे कोई प्रत्यय नहीं लगाए गए हैं। इसीपरकार मूँगा एक बहुविकल्पी पृष्ठ है जिसमें मूँगा (जीव), मूँगा (ज़ेवर) और मूँगा (रंग) की कड़ियाँ दी गई हैं। चूँकि तीनों लेखों के विषय का मूल नाम मूँगा ही है, अतः तीनों के नामों में एक स्पेस देकर उपयुक्त प्रत्यय जोड़ा गया है।
विशेषता " इससे विकिपीडिया के पाठक अथवा शोधार्थी एक बहुविकल्पी पृष्ठ पर जाने के बजाय उस पृष्ठ पर दिखाए गए लिंक्स में से एक का अनुसरण करते हुये उस पृष्ठ पर चले जाते हैं जिससे उनका उद्देश्य जुड़ा होता है। इसप्रकार मूल पृष्ठ लिंक से अपने गंतव्य के लिए सीधे जाया जा सकता है जहां संपादन अथवा सुधार करने के लिए आप स्वतंत्र होते हैं।