Hindi, asked by arjunk61481, 4 months ago

बहुव्रीहि और कर्मधारय समास की परिभाषा उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए​

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Answered by Anonymous
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बहुव्रीहि समास की परिभाषा

जिस समास में कोई पद प्रधान न होकर (दिए गए पदों में) किसी अन्य पद की प्रधानता होती है। यह अपने पदों से भिन्न किसी विशेष संज्ञा का विशेषण है।

उदाहरण

गजानन : गज से आनन वाला (गणेश )

हम देख सकते हैं की पूर्व पद एवं उत्तर पद मिलकर गणेश की तरफ इशारा कर रहे हैं। गणेश का गज के सामान आनन् होता है। हम यह भी जानते हैं की जब दोनों पद प्रधान नहीं होते तो वहां बहुव्रीहि समास होता है। अतएव यह उदाहरण बहुव्रीहि समास के अंतर्गत आएगा।

कर्मधारय समास की परिभाषा

जिसका पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य अथवा एक पद उपमान तथा दूसरा पद उपमेय हो तो, वह 'कर्मधारय समास' कहलाता है।

उदाहरण

चरणकमल – कमल के समान चरण , भुजदंड – दंड के समान भुजा , कनकलता – कनक के समान लता , घनश्याम – घन के समान श्याम (काला)

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