बहुव्रीहि समास की परिभाषा
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परिभाषा:
बहुव्रीहि समास ऐसा समास होता है जिसके समस्त्पदों में से कोई भी पद प्रधान नहीं होता एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की और संकेत करते हैं वह समास बहुव्रीहि समास कहलाता है।
उदाहरण:
चक्रपाणी - चक्र को धारण करने वाला (श्रीकृष्ण)
दशानन - दस सर है जिसके (रावण)
लम्बोदर - लम्बा पेट है जिसका (गणेश)
मुरलीधर - मुरली बजाने वाला (श्रीकृष्ण)
गिरिधर - गोवर्धन पर्वत को उठाने वाला (श्रीकृष्ण)
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Answer:
जिस समास में कोई पद प्रधान न होकर किसी अन्य पद की प्रधानता होती है। वह बहुव्रीहि समास कहलाता है
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