भाव ,दोष, दशा ,गुण ,स्वभाव का बोध कराने वाले शब्द होते हैं,
जातिवाचक संज्ञा
भाव वाचक संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा
Answers
Answer:
जातिवाचक संज्ञा
Explanation:
भाववाचक संज्ञा – वे संज्ञा शब्द जिनसे प्राणी या वस्तु के गुण, दोष, अवस्था, दशा आदि का ज्ञान होता है, वे भाववाचक संज्ञा कहलाते हैं; जैसे-मिठास, बुढ़ापा, थकान, गरीबी, हँसी, साहस, वीरता आदि शब्द भाव, गुण, अवस्था तथा क्रिया के व्यापार का बोध करा रहे हैं। इसलिए ये भाववाचक संज्ञाएँ हैं।
उपयुक्त दिए प्रश्न का सही उत्तर ऑप्शन १) भाववाचक संज्ञा है
भाववाचक संज्ञा - हमे किसी व्यक्ति के भाव , दोष , गुण, आदि अवस्थाओं के बारे में ज्ञात करती है। यह संज्ञा हमारे भावों को व्यक्त करने के काम आती है। उदहारण - सुंदरता
१. अनिल के मानसिक विचारो की सुंदरता को कोई नहीं बिगड़ सकता।
- यहा पर सुंदरता प्रयोग करा गया शब्द हमारे भावों को व्यक्त करता है , और इसी कारण से यह भाववाचक संज्ञा का हिस्सा है।
- संज्ञा के और २ प्रकार होते है -
१. व्यक्तिवाचक संज्ञा - इस संज्ञा के भेद द्वारा हमे किसी खास जगह या व्यक्ति , वस्तु के बारे में ज्ञात होता है ।
उदहारण -
- मेरी बहन की बेटी अमेरिका पढ़ने गई है ।
यहां पर अमेरिका प्रयोग किया गया शब्द व्यक्ति वाचक संज्ञा का भाग है ।
२. जातिवाचक संज्ञा - इस संज्ञा के भेद में हमे समान रूप से पाए गए व्यक्ति , वस्तु और जगह का बोध कराया जाता है।
उदहारण - नदी
- यह नदी हमारे पूर्वाचल गांव की है ।
यहां नदी शब्द जातिवाचक संज्ञा का बोध कराता है ।
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