Hindi, asked by byash7900, 5 hours ago

भाव वाचय की परिभाषा बताते हुए दो उदाहरण दीजिए​

Answers

Answered by SandySanjeet
1

Answer:

क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो। दूसरे शब्दों में- क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। मोहन से टहला भी नहीं जाता। मुझसे उठा नहीं जाता।

Answered by Anonymous
0

Answer:

क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो। दूसरे शब्दों में- क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है।

उदाहरण

मोहन से टहला भी नहीं जाता।

मुझसे उठा नहीं जाता।

मुझसे सोया नही जाता।

Similar questions