भाववाचक संज्ञा का निर्माण कितने shabon से होता है ?
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Answer:सधारणतः संज्ञा के तीन भेद माने जाते हैं। व्यक्तिवाचक, जातिवाचक और भाववाचक संज्ञा। परन्तु कई विषेषज्ञ/विद्वान संज्ञा के दो भेद और मानते हैं। इस प्रकार संज्ञा के कुल पाँच भेद माने जाते हैं।
संज्ञा के भेद
व्यक्तिवाचक
जातिवाचक
भावाचक
समुदायवाचक
द्रव्यवाचक
चूंकि प्रश्न ’भाववाचक संज्ञा’ के बारे में है इसलिए यहाँ सिर्फ भाववाचक संज्ञा के उदाहरण दिए जा रहे हैं-
भाववाचक संज्ञा-
जिन संज्ञा शब्दों से किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान के गुण, धर्म, माप, अवस्था, या भाव का बोध हो, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहा जाता है।
जैसे - मिठास, सुन्दरता, बचपन, जवानी, लम्बाई, क्रोध, वीरता, संगीत, सफलता, परिश्रम आदि।
भाववाचक संज्ञाएँ चार प्रकार के शब्दों से बनाई जाती हैंः
1. जतिवाचक संज्ञाओं से -
शब्द - भावाचक संज्ञा
सज्जन ----- सज्जनता
मानव ----- मानवता
प्रभु ----- प्रभुत्व, प्रभुता
ठग ----- ठगी
अमर ----- अमरत्व
शत्रु ----- शत्रुता
बच्चा ----- बचपन
व्यक्ति ----- व्यक्तित्व
स्वामी ----- स्वामित्व
मित्र ----- मैत्री, मित्रता
2. सर्वनाम शब्दों से -
शब्द - भावाचक संज्ञा
अपना ----- अपनापन, अपनत्व
मम ----- ममता, ममत्व
स्व ----- स्वत्व
पराया ----- परायापन
निज ----- निजता, निजत्व
सर्व ----- सर्वस्व
आप ----- अपनापन
3. विशेषण शब्दों से -
शब्द - भावाचक संज्ञा
मधुर ----- मधुरता, माधुर्य
निपुण ----- निपुणता
खट्टा ----- खटास, खटाई
अच्छा ----- अच्छाई
चतुर ----- चतुराई
मोटा ----- मोटाई
भूखा ----- भूख
कला ----- कालापन, कालिमा
हरा ----- हरियाली
सुन्दर ----- सुन्दरता, सौंदर्य
4. क्रिया शब्दों से -
शब्द - भावाचक संज्ञा
हँसना ----- हँसी
पढ़ना ----- पढ़ाई
घबराना ----- घबराना
गाना ----- गायन
हारना ----- हार
जीतना ----- जीत
थकना ----- थकावट
बचना ----- बचाव