भगवान बड़ा कारसाज है।
आशय स्पष्ट किजीए
मन में प्रतिकार था पर कर्म मन के अधीन था।
आशय स्पष्ट किजीए
Answers
Concept:
ऐसी कोई जगह नहीं है जहां भगवान नहीं हैं। ईश्वर सर्वव्यापी (हर जगह मौजूद), सर्वशक्तिमान (एक शक्ति जो कुछ भी कर सकती है) और सर्वज्ञ (वह शक्ति जो सब कुछ जानती है)। वह शक्ति, एसआईपी, हम में से प्रत्येक में, हमारे दिल में है। हमें कब एहसास होगा कि भगवान एसआईपी-सर्वोच्च अमर शक्ति है? इस दुनिया में सब कुछ परमात्मा की अभिव्यक्ति है। परमात्मा कारण है, हम केवल प्रभाव हैं। परमात्मा एक वास्तविकता है!
Explanation:
मन में प्रतिकार था; पर कर्म मन के अधीन न था. जिसने कभी तलवार नहीं चलाई, वह इरादा करने पर भी तलवार नहीं चला सकता. उसके हाथ कांपते हैं, उठते ही नहीं.भगत लाठी खट-खट करता लपका चला जाता था. चेतना रोकती थी, पर उपचेतना ठेलती थी. सेवक स्वामी पर हावी था.
Hence:
भगवान बड़ा कारसाज है।
#SPJ2
Answer:
भगवान बड़ा कारसाज है।
Explanation
मन में प्रतिकार था; पर कर्म मन के अधीन न था. जिसने कभी तलवार नहीं चलाई, वह इरादा करने पर भी तलवार नहीं चला सकता. उसके हाथ कांपते हैं, उठते ही नहीं.भगत लाठी खट-खट करता लपका चला जाता था. चेतना रोकती थी, पर उपचेतना ठेलती थी. सेवक स्वामी पर हावी था.
ऐसी कोई जगह नहीं है जहां भगवान नहीं हैं। ईश्वर सर्वव्यापी (हर जगह मौजूद), सर्वशक्तिमान (एक शक्ति जो कुछ भी कर सकती है) और सर्वज्ञ (वह शक्ति जो सब कुछ जानती है)। वह शक्ति, एसआईपी, हम में से प्रत्येक में, हमारे दिल में है। हमें कब एहसास होगा कि भगवान एसआईपी-सर्वोच्च अमर शक्ति है? इस दुनिया में सब कुछ परमात्मा की अभिव्यक्ति है। परमात्मा कारण है, हम केवल प्रभाव हैं। परमात्मा एक वास्तविकता है!
https://brainly.in/question/19168077
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