भगवान की मूर्ति पर जल चढ़ाना तथा नावेद अर्पण करना भक्तों को क्यों अनुचित दिखाई देता है?
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भस्म होने के बाद उसकी हड्डियों से शंख का निर्माण हुआ। चूंकि शंखचूड़ विष्णु का भक्त था। अतः विष्णुजी और लक्ष्मीजी को उससे चढ़ाया गया जल बहुत प्रिय है लेकिन शिव ने उसका वध किया था। इसलिए भगवान भोलेनाथ पर शंख से जल चढ़ाना वर्जित है।
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