भक्त कवि रैदास और उनके स्वामी के बीच एकात्मकता
किस-किस रूप में प्रकट हुई है?
कृपा मुझे जलदी जवाब दिजिए ....
Answers
Answered by
19
Answer:
रैदास ने अपने स्वामी को गुसईया, गरीब निवाज़, गरीब निवाज़ लाला प्रभु आदि नामों से पुकारा है। कवि के अंग-अंग मे राम-नाम की सुगंध व्याप्त हो गई है। जैसे चंदन के पानी में रहने से पानी में उसकी सुगंध फैल जाती है, उसी प्रकार राम नाम के लेप की सुगन्धि उसके अंग-अंग में समा गयी है।
Explanation:
like and follow
marks of brainliest
Answered by
3
ANSWER : रैदास ने अपने स्वामी को गुसईया, गरीब निवाज़, गरीब निवाज़ लाला प्रभु आदि नामों से पुकारा है। कवि के अंग-अंग मे राम-नाम की सुगंध व्याप्त हो गई है। जैसे चंदन के पानी में रहने से पानी में उसकी सुगंध फैल जाती है, उसी प्रकार राम नाम के लेप की सुगन्धि उसके अंग-अंग में समा गयी है।
Similar questions
Physics,
4 months ago
Social Sciences,
4 months ago
Hindi,
4 months ago
Biology,
8 months ago
Social Sciences,
8 months ago
Science,
1 year ago
Physics,
1 year ago