भक्तिन के संदर्भ में हनुमान जी का उल्लेख क्यों हुआ है ?
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Answer:
भक्तिन के सन्दर्भ में हनुमान जी का उल्लेख इसलिए किया गया है क्योंकि भक्तिन लेखक महादेवी वर्मा की उसी निस्वार्थ भाव से सेवा करते थे जैसे हनुमान जी नि:स्वार्थ भाव से श्री राम की सेवा करते थे।
Explanation:
भक्तिन की सेवा भावना की तुलना हनुमान जी से की गई क्योंकि भक्त उसी निस्वार्थ भाव से सेवा करता था जैसे हनुमान जी श्रीराम की निस्वार्थता, ईमानदारी और ईमानदारी से सेवा करते थे। महादेवी वर्मा द्वारा लिखित कथा 'भक्ति' में लेखिका ने अपनी दासी के जीवन का चित्रण किया है। भक्तिन की तुलना हनुमान जी से की गई है। हनुमान जी राम के अनन्य सेवक थे। इसी प्रकार भक्तिन लेखक की अनन्य दासी थी।
भक्तिन का नाम लक्ष्मी था, लेकिन उसने लेखक से इस नाम का प्रयोग न करने का अनुरोध किया। उसका हार देखकर लेखिका ने उसका नाम भक्तिन रखा। वह सेवा-धर्म में हनुमान से प्रतिस्पर्धा करती थी। उसके अतीत के बारे में जो बात ज्ञात है वह यह है कि वह ऐतिहासिक झूसी गांव के प्रसिद्ध अहीर की इकलौती बेटी थी।
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