भकति काल के कवि मीरा जी का दोहा
Answers
Answered by
1
Explanation:
jeiehe e by us! djdid djdj duddh e
Answered by
1
बारहिं बार प्रनाम करहुं, अब हरहु सोक-समुदाई॥ घर के स्वजन हमारे जेते सबन्ह उपाधि बढ़ाई। साधु-संग अरु भजन करत मोहिं देत कलेस महाई॥ मेरे मात-पिता के सम हौ, हरिभक्तह्न सुखदाई।
Similar questions