Bhakti kaal ki pramukh pravattiyo par prakash daliy
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Answer:
.भक्ति काल हिंदी साहित्य का महत्वपूर्ण काल है यह साहित्य अपने पूर्ववर्ती तथा परवर्ती साहित्य से सर्वथा भिन्न और विशिष्ट साहित्य है साहित्य के इतिहास का वह काल जिसमें संत कवियों ने अपनी अमृतवाणी से जनमानस को संचित कर उनके ज्ञान का दीप जलाया और अपनी दिव्य वाणी से नवीन चेतना जागृत कर मानवीय मूल्यों की स्थापना की भक्ति काल के नाम से विख्यात है
Explanation:
नाम का महत्व- कीर्तन भजन आदि के रूप में भगवान का गुण सभी शाखाओं कवियों में पाया जाता है सभी कवियों ने अपने अपने इष्ट देव के नाम का स्मरण किया है
गुरु का महत्व इस काल में गुरु का महत्व ईश्वर के समान या उन से बढ़कर बताया गया है
भक्ति भावना की प्रधानता- सभी कवियों ने भक्ति भावना की प्रधानता पर बल दिया है
आडंबर का विरोध -सभी भक्ति कवियों ने बाहरी आडंबर का विरोध किया है
समन्वय की भावना भक्ति काल के साहित्य में धार्मिक सामाजिक दार्शनिक आदि सभी क्षेत्रों में समन्वय की भावना मिलती है