Bharatratan ka vigrah kar samaas ka naam likhiye Panchamrat ka vigrah kar samaas ka naam likhiye Kamalnayan ka vigrah kar samaas ka naam likhiye
Answers
पांच अमृतों का समूह - द्विगु समास
कमल के समान नयन - कर्मधारय समास
भारतरत्न का समास विग्रह - भारत का रत्न ( तत्पुरुष समास )
पंचामृत का समास विग्रह - पांच अमृतों का समूह ( द्विगु समास )
कमलनयन का समास विग्रह - कमल के समान नयन ( बहुब्रीहि समास )
समास की परिभाषा :- 'समास' शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है 'छोटा रूप'। अतः जब दो या दो से अधिक शब्द (पद) अपने बीच की विभक्तियों का लोप कर जो छोटा रूप बनाते है, उसे समास, सामाजिक शब्द या समस्त पद कहते है।
तत्पुरुष समास : - यहां पर तत्पुरुष समास है, क्योंकि तत्पुरुष समास में द्वितीय पद प्रधान होता है। यहाँ पर द्वितीय पद प्रधान है।
द्विगु समास : - द्विगु समास में प्रायः पूर्वपद संख्यावाचक होता है तो कभी-कभी परपद भी संख्यावाचक देखा जा सकता है। द्विगु समास में प्रयुक्त संख्या किसी समूह का बोध कराती है अन्य अर्थ का नहीं, जैसा की बहुब्रीहि समास में देखा है। इसका विग्रह करने पर 'समूह' या 'समाहार' शब्द प्रयुक्त होता है।
बहुब्रीहि समास :- बहुब्रीहि समास में कोई भी पद प्रधान नही होता। इसमें प्रयुक्त पदों के सामान्य अर्थ की अपेक्षा अन्य अर्थ की प्रधानता रहती है। इसका विग्रह करने पर 'वाला, है, जो जिसका, जिसकी, जिसके, वह' आदि आते है।