Hindi, asked by akashnirmal, 1 year ago

भषटचार कि समस्या और समाधान

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भ्रष्टाचार का शब्दिक अर्थ है – ‘बिगड़ा हुआ आचरण’ अर्थात् वह आचरण या कृत्य जो अनैतिक तथा अनुचित है । आज देश में भ्रष्टाचार की जड़ें अत्यधिक गहरी होती जा रही हैं । यदि समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह समूचे तंत्र को अव्यवस्थित कर सकता है ।

भ्रष्टाचार के कई कारण हैं । सबसे प्रमुख कारण है मनुष्य में असंतोष की प्रवृत्ति । मनुष्य अपने वर्तमान से संतुष्ट नहीं हो पाता है । वह सदैव अधिक पाने की लालसा रखता है । बहुत कम लोग ही ऐसे हैं जो अपनी इच्छाओं और क्षमताओं में संतुलन रख पाते हैं । ये लोग अपनी इच्छाओं व आकांक्षाओं की पूर्ति न होने पर भी संतुलन नहीं खोते हैं ।

परंतु बहुत से लोग अपनी आकांक्षाओं और अपने वर्तमान में सामजस्य स्थापित नहीं कर पाते हैं । उनकी लोलुपता इतनी तीव्र हो उठती है कि वे अनैतिकता के रास्ते पर चलकर भी इच्छा पूर्ति में संकोच नहीं करते हैं । अंतत: इससे भ्रष्टाचार उत्पन्न होता है । मनुष्य की यह लोलुपता आर्थिक अथवा सामाजिक किसी भी स्तर की हो सकती है ।

कुछ लोगों में सम्मान अथवा पद की आकांक्षा होती है तो कुछ में धन की लोलुपता । इस प्रकार असंतोष और लोलुपता के कारण ही वे न्याय-अन्याय में अंतर नहीं कर पाते हैं तथा भ्रष्टाचार की ओर उत्सुख हो जाते हैं । भाषावाद, क्षेत्रीयता, सांप्रदायिकता, जातीयता आदि भी भ्रष्टाचार को प्रोत्साहित करते हैं ।

भ्रष्टाचार के अनेक रूप हैं । चोरबाजारी, रिश्वतखोरी, दलबदल, जोर-जबरदस्ती आदि भ्रष्टाचार के ही रूप हैं । भ्रष्टाचार वर्तमान में एक नासूर बनकर समाज को खोखला करता जा रहा है । धर्म का नाम लेकर लोग अधर्म को बढ़ावा दे रहे हैं । हर ओर कुरसी के लिए लोग प्रयासरत हैं । आज दोषी व अपराधी धन के प्रभाव में स्वच्छंद होकर घूम रहे हैं । धन-बल का प्रदर्शन, लूट-पाट, तस्करी आदि आम बात हो गई है ।

भ्रष्टाचार का हमारे समाज और राष्ट्र में व्यापक रूप से असर हो रहा है । संपूर्ण व्यवस्था में असंतुलन की स्थिति उत्पन्न हो गई । परिणामत: समाज में भय, आक्रोश व चिंता का वातावरण बन रहा है । राजनैतिक, धार्मिक, आर्थिक व प्रशासनिक आदि सभी क्षेत्र इसके दुष्प्रभाव से ग्रसित हैं ।

यह हमारी व्यवस्था में इस प्रकार समाहित हो चुका है कि आज इसे दूर करना प्रत्येक राष्ट्र के लिए लोहे के चने चबाने जैसा हो गया है । आजकल तो सेना में भी भ्रष्टाचार फैल रहा है जिसके कारण देश की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्‌न लग गया है ।

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