भव्य पुरुष ने कहा - ‘जहाँ अंधकार है वहीं प्रकाश है। इसका क्या तात्पर्य है?
Answers
भव्य पुरुष ने कहा - ‘जहाँ अंधकार है वहीं प्रकाश है। इसका क्या तात्पर्य है-अंधेरे से निकलने के लिए प्रकाश ही एकमात्र रास्ता है।
Explanation:
1) भव्य व्यक्ति ने कहा कि जब आप अंधेरे के बारे में जानते हैं तो प्रकाश एक महत्वपूर्ण सत्य है।उन्होंने कहा कि जहां अंधेरा है वहां रोशनी है क्योंकि अंधकार के बिना प्रकाश का कोई महत्व नहीं है।
2) उन्होंने कहा कि अंधेरे से निकलने के लिए प्रकाश ही एकमात्र रास्ता है।
3) उन्होंने कहा कि यदि आप मूर्खता के अंधेरे में हैं तो आप केवल ज्ञान के प्रकाश के साथ बाहर आ सकते हैं। आप मूर्खता में अपनी विचार शक्ति खो सकते हैं।
4) इसलिए अपने जीवन को आसान बनाने के लिए ज्ञान का प्रकाश महत्वपूर्ण है। तो आप अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए ज्ञान मशाल का उपयोग कर सकते हैं।
Answer:
इस पंक्ति का अभिप्राय है कि अंधकार और प्रकाश एक सिक्के के दो पहलू हैं। अंधकार के अस्तित्व को समाप्त करने के लिए प्रकाश का होना आवश्यक है। अंतः जहाँ अंधकार रहेगा, वहाँ प्रकाश भी विद्यमान होगा। जहाँ प्रकाश होगा, वहाँ अंधकार भी होगा। प्रकाश का महत्व भी तभी हैं, जब अंधकार है। भव्य पुरुष उस अंधकार की बात कर रहा है, जो मनुष्य के मन के भीतर विद्यमान है। इससे मनुष्य सोचने-समझने की शक्ति खो देता है। यह अंधकार दुख तथा निराशा से उपजता है। इसे ज्ञान रूपी प्रकाश से दूर किया जा सकता है।