Bhavart of each para on bacche kam pe kyu ja rhe h
Answers
Due to poorness And problem of money of their families , the children of these family go to work for earn the money .
Answer:
1.सुबह सुबह ठंड में , कोहरे से ढकी सड़को पर बच्चे काम पर जा रहे हैं
2.कवि ने चिंतन करते हुए कहा है कि हमारे लिए सबसे भयानक बात ये है h के बच्चों को कम पर जाना पड़ रहा है । पढ़ने-खेलने की उम्र में बच्चों को अपना पेट पालने के लिए यूँ काम पर क्यों जाना पड़ रहा है। इसे हमें समाज से एक प्रश्न की तरह पूछना चाहिए कि इन छोटे बच्चों को काम पर क्यों जाना पड़ रहा है?
4.बच्चों को काम पर जाता देख कवि के मां में कई सवाल उठ रहे हैं। क्या खेलने के लिए सारी गेंदें खत्म हो चुकी है या आकाश में चली गई हैं? क्या बच्चों के पढ़ने के लिए एक भी किताब नहीं बची है? क्या सारी किताबों को दीमकों ने खा लिया है? क्या बाकी सारी खिलौने कहीं किसी काले पहाड़ के नीचे दब गए हैं? जो अब इन बच्चों के लिए कुछ नहीं बचा? क्या इन बच्चों को पढ़ाने वाले मदरसे एवं विद्यालय भूकंप में टूट चुके हैं, जो ये बच्चे पढ़ाई एवं खेल-कूद को छोड़कर काम पर जा रहे हैं?
5.बच्चो को खेलने के सारे मैदान , सारे बगाचे और घरो के आंगन खत्म हो गए हैं
6. बच्चो के पढ़ने के लिए सारी किताबें, विद्यालय एवं मदरसे ख़त्म हो चुके हैं। कवि कह रहा है कि अगर सच में ऐसा है, तो यह कितनी भयानक बात है और इस दुनिया के होने का कोई अर्थ ही नहीं। परन्तु कवि को इससे भी ज़्यादा भयानक तब लगता है, जब उसे याद आता है कि बच्चों के खेलने-कूदने की सारी चीजें उपलब्ध हैं और उसके बाद भी बच्चे काम पर जाने के लिए विवश हैं।
7. लोगो को सब दिखा रहा है कि छोटे छोटे बच्चे काम पर जा रहे हैं , फिर भी वे इस बात को अनदेखा कर रहे है । दुनियां की हजारों सड़कों से गुजर रहे हैं छोटे छोटे बाचे , काम पर जा रहे हैं । फिर भी दुनिया क्यों नहीं रोकती उन्हें । क्यों बच्चो को काम पर जाना पड़ रहा है ?