bhavishyat poem summary in hindi
Answers
भारत का भविष्य आज हमें किसी ने बताया है।
लेकिन हमने भारत के लिए क्या कर दिखाया है।
जुआ और नशे में हमने अपना अधिकतर समय बिताया है।
कौन है वो जिसने भारत का भविष्य हमे बताया है।
हर नेता ने अपने भाषण में बस एक ही नारा लगाया है और भारत का भविष्य हमें बताया है।
कोई तो पूछ लो उन नेताओं से की हमने भारत के भविष्य के लिए क्या कर दिखाया है।
पढ़ना लिखना हमे नहीं आता, काम करना हमे नहीं आता, समय का सही इस्तेमाल करना हमे नहीं आता।
भारत के भविष्य की बात तो बहुत दूर है, हमे तो खुद के भविष्य का भी अता पता नहीं।
मैं पूछता हूँ कौन है वो जिसने भारत का भविष्य हमे बताया है।
जुआ और नशे के इन माया जालो ने जकड़ा हुआ है हमे।
बीते वक्त के साथ सपनों के इन ख्यालों ने जकड़ा हुआ है हमे।
कोई तो हमें बताये की भारत का भविष्य हम कैसे बनाये।
आज एक नवयुवक को उस के दिल ने पुकारा है।
भारत का भविष्य बनने का ख्याल मन में उसने उभारा है।
आज संभालेगा वो अपने आप को, कल संभालेगा वो अपने परिवार को, फिर संभालेगा वो अपने गाँव को।
ऐसा करते करते एक दिन संभालेगा वो अपने भारत को।
कर देगा वो देश का हर कोना रोशन रोशन।
कभी कभी मैं सोचता हूँ कौन होगा ये नवयुवक जो बनेगा भारत का भविष्य।
कही ये नवयुवक आप तो नहीं।
हाँ हाँ वो नवयुवक आप ही है।
जो जुआ और नशे को छोड़कर बढ़ चले है एक दिशा में बदलने को भारत का भविष्य।
दोस्तों आप आने वाले भारत का भविष्य हो। इसलिए जुआ और नशे जैसी चीजों से दूर रहिये।
हमें मिल जुल कर रहना चाहिए साथी साथ हमें कभी भी आपस में झगड़ा नहीं करना चाहिए हमें प्रेम से रहना चाहिए इस कविता से हमें यही सब सीख मिलती है कविता से हमें यह भी सीख मिलती है कि हम लोग किसी का भरोसा ना तोड़े कभी भी साथ ना छोरे साथी साथ भेदभाव ना करें हमें इस कविता से यह भी सीख मिलती है कि हम एक ही विविध सुनो की माला है इस कविता से हमें यही सब सीख मिलती है और एक कविता बहुत अच्छी है यह कविता मैथिली शरण गुप्त के द्वारा लिखा गया