bhil janjati ke gharo ko kya kaha jata h...
Answers
Answer:
bil janjati ke share ko taapra kaha jata hai
Explanation:
राजस्थान की भील जनजाति -
राजस्थान की आदिवासी जनसंख्या की दृष्टि से भील जनजाति का द्वितीय स्थान है। भील मुख्यतः दक्षिणी राजस्थान के बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर व राजसमंद जिलों में निवास करते हैं। इनकी सर्वाधिक संख्या उदयपुर जिले में हैं।
यह भारत की सबसे प्राचीन जनजाति मानी जाती है। ये मेवाड़ी, भीली तथा वागड़ी भाषा का प्रयोग करते हैं। सामाजिक दृष्टि से ये पितृसत्तात्मक होते हैं तथा आर्थिक रूप ये कृषक होते हैं। भील लोग परंपरागत रूप से तीरंदाज होते हैं। इतिहासकार टॉलमी ने भीलों को फिलाइट (तीरंदाज) कहा है।
भील शब्द 'बील' शब्द से बना है जिसका अर्थ तीर कमान रखने वाली जनजाति से है। सदैव संघर्षरत रहने के कारण भील अच्छे योद्धा भी होते हैं। महाराणा प्रताप की सेना में "भीलू राणा'' एवं अन्य कई वीर योद्धा थे, जिन्होंने उनकी युद्ध में बहुत सहायता की थी। मेवाड़ राज्य के राज चिह्न पर भीलू राणा और प्रताप की दोस्ती का प्रतीक आज भी अंकित है। अंग्रेजी शासन के दौरान 'मेवाड़ भील कोर' का गठन किया गया था जो आज भी विद्यमान है। भारत सरकार की अधिसूचना के अनुसार राजस्थान में भील जनजाति के अंतर्गत निम्नांकित को शामिल किया गया है-
1. Bhil,
2. Bhil Garasia,
3. Dholi Bhil,
4. Dungri Bhil,
5. Dungri Garasia,
6. Mewasi Bhil,
7. Rawal Bhil,
8. Tadvi Bhil,
9. Bhagalia,
10. Bhilala, Pawra, Vasava, Vasave
11. Bhil Meena