Bhishan Garmi ka aapke Jeevan par kya Asar padta hai
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मई की दस्तक के साथ गर्मी चरम पर पहुंच चुकी है। सुबह से शुरू होकर शाम ढले तक दिन भर चलने वाले लू के थपेड़े जनजीवन को बेहाल किए हुए हैं। मंगलवार शाम आई आंधी और हल्की बूंदाबांदी से तापमान और उमस में कुछ राहत रही लेकिन तेज धूप ने राह चलना दुश्वार कर दिया। ऊपर से गरम हवाओं ने सबसे अधिक परेशान किया। हालात यह हैं कि मजबूरी में ही लोग घर या दफ्तर से निकल रहे हैं। भीषण गर्मी में बिजली कटौती होने पर घर के अंदर बैठना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में
सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं तो स्कूली बच्चे। घर पर मां-बाप बच्चों को धूप से बचाकर रखते हैं। स्कूल में भी बच्चों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, लेकिन स्कूल से घर तक का सफर इन बच्चों के लिए खासा परेशानी है। कई
बार तो बच्चों की स्कूल से लौटकर घर पहुंचते-पहुंचते हालत खराब हो जाती है। चेहरा लाल हो जाता है तो बदन पसीने से तर-बतर। फीरोजाबाद में कई स्कूलों में टैंपों और वैन लगे हुए हैं लेकिन इन वाहनों में बच्चों को क्षमता से दोगुने तक ठूंस-ठूंस कर बैठाया जाता है। लिहाजा जहां अंदर बैठने वाले बच्चे पसीना बहाते हैं तो कोने पर बैठने वाले बच्चों को पूरे रास्ते धूप परेशान कर देती है। ऐसे में रास्ते में मिलने वाला जाम बच्चों की हालत खराब कर देता है। अंदर बैठने वाले बच्चे गर्मी में पसीना बहाते रहते हैं तो बाहर बैठने वालों को हवा के साथ में धूप भी झेलनी पड़ती है।
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