big bang sidhant in hindi ??
Answers
Answered by
3
ब्रह्मांड का जन्म एक महाविस्फोट के परिणामस्वरूप हुआ।[1] इसी को महाविस्फोट सिद्धान्त या बिग बैंग सिद्धान्त कहते हैं।[2], जिसके अनुसार से लगभग बारह से चौदह अरब वर्ष पूर्व संपूर्ण ब्रह्मांड एक परमाण्विक इकाई के रूप में था।[3] उस समय मानवीय समय और स्थान जैसी कोई अवधारणा अस्तित्व में नहीं थी।[4] महाविस्फोट सिद्धांत के अनुसार लगभग १३.७ अरब वर्ष पूर्व[5] इस धमाके में अत्यधिक ऊर्जाका उत्सजर्न हुआ। यह ऊर्जा इतनी अधिक थी जिसके प्रभाव से आज तक ब्रह्मांड फैलता ही जा रहा है। सारी भौतिक मान्यताएं इस एक ही घटना से परिभाषित होती हैं जिसे महाविस्फोट सिद्धांत कहा जाता है। महाविस्फोट नामक इस महाविस्फोट के धमाके के मात्र १.४३ सेकेंडअंतराल के बाद समय, अंतरिक्ष की वर्तमान मान्यताएं अस्तित्व में आ चुकी थीं। भौतिकी के नियम लागू होने लग गये थे। १.३४वें सेकेंड में ब्रह्मांड १०३० गुणा फैल चुका था और क्वार्क, लैप्टान और फोटोन का गर्म द्रव्य बन चुका था। १.४ सेकेंड पर क्वार्क मिलकर प्रोटॉन और न्यूट्रॉन बनाने लगे और ब्रह्मांड अब कुछ ठंडा हो चुका था। हाइड्रोजन, हीलियम आदि के अस्तित्त्व का आरंभ होने लगा था और अन्य भौतिक तत्व बनने लगे थे।[2][4]
Answered by
1
दुनिया के मशहूर वैज्ञानिक प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग का निधन हो गया है. उन्होंने ब्रह्मांड को समझने में अपनी भूमिका निभाई थी और ब्लैक होल और बिग बैंग सिद्धांत को समझने में भी उन्होंने अहम योगदान दिया था. इसी बीच जानते हैं आखिर उनकी बिग बैंग थ्योरी क्या है?
बिग बैंग थ्योरी ब्रह्मांड की रचना की एक वैज्ञानिक थ्योरी है. इस थ्योरी में यह बताने की कोशिश की गई है कि यह ब्रह्मांड कब और कैसे बना? स्टीफन हॉकिंग ने इस थ्योरी को समझाया था. इस थ्योरी के अनुसार करीब 15 अरब साल पहले पूरे भौतिक तत्व और ऊर्जा एक बिंदु में सिमटी हुए थे. फिर इस बिंदु ने फैलना शुरू किया. बिग बैंग, बम विस्फोट जैसा विस्फोट नहीं था बल्कि इसमें, प्रारंभिक ब्रह्मांड के कण, समूचे अंतरिक्ष में फैल गए और एक दूसरे से दूर भागने लगे.
इस सिद्धांत का श्रेय ऐडविन हबल नामक वैज्ञानिक को जाता है जिन्होंने कहा था कि ब्रह्मांड का निरंतर विस्तार हो रहा है. जिसका मतलब ये हुआ कि ब्रह्मांड कभी सघन रहा होगा. हालांकि इससे पहले क्या था, यह कोई नहीं जानता. हॉकिंग ब्रह्मांड की रचना को एक स्वतः स्फूर्त घटना मानते थे. हालांकि, प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइजैक न्यूटन मानते थे कि इस सृष्टि का अवश्य ही कोई रचयिता होगा, अन्यथा इतनी जटिल रचना पैदा नहीं हो सकती.
वहीं हॉकिंग ने टीवी शो स्टारटॉक पर बताया कि बिगबैंग के पहले आखिर क्या हुआ करता था. उन्होंने इस दौरान बताया था कि वो जितना आसान था उतना ही ज्यादा मुश्किल था. उनके अनुसार बिगबैंग से पहले कुछ नहीं था. हॉकिंग ने कहा था कि आइंस्टाइन जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के अनुसार स्पेस और टाइम ने साथ मिलकर दुनिया में स्पेस और समय का कभी न रुकने वाला चक्र बनाया है, लेकिन सच में वो बिल्कुल सपाट नहीं है, बल्कि ऊर्जा और भौतिक पदार्थ के दबाव के कारण ये आपस में घूमा हुआ है. यही वजह है कि इसे समझ पाना आसान नहीं है.
स्टीफन हॉकिंग ने बताया कि बिगबैंग के पहले 'समय' का भी अस्तित्व नहीं था. बिगबैंग के पहले की दुनिया को लेकर स्टीफन हॉकिंग ने एक काफी नया विचार इस रखा है जो चौंकाने वाला है. उनका कहना है कि बिगबैंग के पहले टाइम यानि समय का भी कोई अस्तित्व नहीं था. वो कहते हैं कि आइंस्टाइन के सिद्धांत के मुताबिक ब्रह्मांड की उत्पत्ति के समय संसार में मौजूद सभी भौतिक पदार्थ और ऊर्जा बहुत ही छोटी जगहों पर केंद्रित थी, लेकिन उनकी यह थ्योरी बिगबैंग के पहले और बाद की कंडीशन के बीच कोई गणितीय लिंक नहीं बताती.
बिग बैंग थ्योरी ब्रह्मांड की रचना की एक वैज्ञानिक थ्योरी है. इस थ्योरी में यह बताने की कोशिश की गई है कि यह ब्रह्मांड कब और कैसे बना? स्टीफन हॉकिंग ने इस थ्योरी को समझाया था. इस थ्योरी के अनुसार करीब 15 अरब साल पहले पूरे भौतिक तत्व और ऊर्जा एक बिंदु में सिमटी हुए थे. फिर इस बिंदु ने फैलना शुरू किया. बिग बैंग, बम विस्फोट जैसा विस्फोट नहीं था बल्कि इसमें, प्रारंभिक ब्रह्मांड के कण, समूचे अंतरिक्ष में फैल गए और एक दूसरे से दूर भागने लगे.
इस सिद्धांत का श्रेय ऐडविन हबल नामक वैज्ञानिक को जाता है जिन्होंने कहा था कि ब्रह्मांड का निरंतर विस्तार हो रहा है. जिसका मतलब ये हुआ कि ब्रह्मांड कभी सघन रहा होगा. हालांकि इससे पहले क्या था, यह कोई नहीं जानता. हॉकिंग ब्रह्मांड की रचना को एक स्वतः स्फूर्त घटना मानते थे. हालांकि, प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइजैक न्यूटन मानते थे कि इस सृष्टि का अवश्य ही कोई रचयिता होगा, अन्यथा इतनी जटिल रचना पैदा नहीं हो सकती.
वहीं हॉकिंग ने टीवी शो स्टारटॉक पर बताया कि बिगबैंग के पहले आखिर क्या हुआ करता था. उन्होंने इस दौरान बताया था कि वो जितना आसान था उतना ही ज्यादा मुश्किल था. उनके अनुसार बिगबैंग से पहले कुछ नहीं था. हॉकिंग ने कहा था कि आइंस्टाइन जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के अनुसार स्पेस और टाइम ने साथ मिलकर दुनिया में स्पेस और समय का कभी न रुकने वाला चक्र बनाया है, लेकिन सच में वो बिल्कुल सपाट नहीं है, बल्कि ऊर्जा और भौतिक पदार्थ के दबाव के कारण ये आपस में घूमा हुआ है. यही वजह है कि इसे समझ पाना आसान नहीं है.
स्टीफन हॉकिंग ने बताया कि बिगबैंग के पहले 'समय' का भी अस्तित्व नहीं था. बिगबैंग के पहले की दुनिया को लेकर स्टीफन हॉकिंग ने एक काफी नया विचार इस रखा है जो चौंकाने वाला है. उनका कहना है कि बिगबैंग के पहले टाइम यानि समय का भी कोई अस्तित्व नहीं था. वो कहते हैं कि आइंस्टाइन के सिद्धांत के मुताबिक ब्रह्मांड की उत्पत्ति के समय संसार में मौजूद सभी भौतिक पदार्थ और ऊर्जा बहुत ही छोटी जगहों पर केंद्रित थी, लेकिन उनकी यह थ्योरी बिगबैंग के पहले और बाद की कंडीशन के बीच कोई गणितीय लिंक नहीं बताती.
PratikMondal123456:
pls mark me BRAINLIEST
Similar questions