Hindi, asked by Mannupansotra1202, 1 year ago

Bihari ke dhohe meaning of kanak kanak doha

Answers

Answered by nikhi786
0
कपास बिनुथा कापड़ा, कादे सुरंग ना पाये
कबीर त्यागो ज्ञान करि, कनक कामिनि दोये।

जिस प्रकार गंदे कपास से सुन्दर वस्त्र नहीं बन सकता है-कबीर ज्ञान की बात कहते है की
हमें स्वणं और स्त्री दोनो का लगाव त्यागना चाहिये।

Kapas binutha kapra, kaade surang na paye
Kabir tyago gyan kari, kanak kamini doye.

Dirty cotton cannot weave beautiful cloth
Sacrifice gold and woman, if you seek wisdom, so says Kabir.

कबीर नारी की प्रीति से, केटे गये गरंत
केटे और जाहिंगे, नरक हसंत हसंत।

कबीर का कथन है की नारी से प्रेम के कारण अनेक लोग बरबाद हो गये और अभी
बहुत सारे लोग हंसते-हंसते नरक जायेंगे।

Kabir naari ki priti se kete gaye garant
Kete aur jahinge, narak hasant hasant.

Kabir says many have been ruined due to the love for women
Many more will go to the hell laughing all the way through.

कबीर मन मिरतक भया, इंद्री अपने हाथ
तो भी कबहु ना किजिये, कनक कामिनि साथ।

कबीर कहते है की अगर तुम्हारी इच्छायें मन मर चुका हो और तुम्हारी बिषय भोगों की इन्द्रियाॅ भी
तुम्हारे हाथ में नियंत्रित हों तब भी तुम धन और नारी का साथ मत करो।

Kabir man mirtak bhaya,indri apne haath
To bhi kabahun na kijiye,kanak kamini saath.

Kabir says even if the mind is dead and senses are in the control of hands
Even then you should never keep the company of both wealth and woman.

कलि मंह कनक कामिनि, ये दौ बार फांद
इनते जो ना बंधा बहि, तिनका हूॅ मै बंद।

कलियुग में जो धन और स्त्री के मोह मे नहीं फंसा है-भगवान उसके हृदय से बंधे हुये है
क्योंकि ये दोनों माया मोह के बड़े फंदे है।

Kali manh kanak kamini,ye dou bar fand
Inte jo na bandha bahi,tinka hun mai band.

In the age of kaliyug, wealth and woman are the two great traps
I am bound to one who is not bound with these.

शंकर हु ते सबल है, माया येह संसार
अपने बल छुटै नहि, छुटबै सिरजनहार।

यह संसार एक माया है जो शंकर भगवान से भी अधिक बलवान है।
यह स्वंय आप के प्रयास से कभी नहीं छुट सकता है। केवल प्रभु ही इससे आपको
उवार सकते है।

Shankar hu te sabal hai,maya yeh sansar
Apne bal chhutai nahi,chhutbai Sirjanhar.

This world is an illusion, even mightier than Lord Shankar
You can not get rid of this illusion on your own.
Only the creator can get you rid of it.

Similar questions