Bihari Ke dohe ki prasangikta spasht kijiye?
Answers
Answered by
1
Answer:
मूर्ति पूजा को निरर्थक मानते हुए वो कहते हैं कि इससे अच्छी तो चक्की है, कि कुछ काम तो आती है। मुल्ला के बांग लगाने का भी वह उपहास करते हैं। ये दोहे आज इसिलिये बहुत प्रांसंगिक हो गये हैं क्योंकि आज धर्मों मे दिखावा बढ़ता जा रहा है,एक दूसरे कोनीचा दिखाने की होड सी लगी हई है। पाहन पूजे हरि मिलैं, तो मैं पूजौं पहार।
Explanation:
#KeepLearning...
.
.
.
Warm regards:Kanika
Similar questions
English,
19 days ago
Chemistry,
19 days ago
Math,
19 days ago
Computer Science,
1 month ago
History,
1 month ago